CWG 2022: भारतीय महिला वेटलिफ्टर बिंदियारानी देवी ने देर रात भारत को उसका चौथा पदक दिलाया। उन्होंने वेटलिफ्टिंग के 55 किग्रा भारवर्ग में सिल्वर मेडल अपने नाम किया। बिंदियारानी ने कुल 202 किलो का भार उठाया। इसमें स्नैच राउंड में 86 किलो जबकि क्लीन एंड जर्क राउंड में कॉमनवेल्थ रिकॉर्ड के साथ 116 किलो का वजन उठाया।
क्लीन एंड जर्क में बनाया कॉमनवेल्थ रिकॉर्ड
बिंदियारानी ने स्नैच वर्ग के पहले प्रयास में 81 किलो का भार उठाया। वह यहीं नहीं रूकीं और इसके बाद दूसरे प्रयास में 84 और फिर तीसरे प्रयास में 86 किलो का वजन उठाया। उन्होंने इसके बाद क्लीन एंड जर्क वर्ग में पहले प्रयास में 110 किलों वजन उठाया। लेकिन वह दूसरे प्रयास में 114 किलो का भार उठाने में नाकाम रहीं। इस वक्त वह तीसरे स्थान पर चली गई थीं, लेकिन इसके बाद उन्होंने तीसरे प्रयास में 116 किलो का वजन सफलतापूर्वक उठाकर कॉमनवेल्थ गेम्स रिकॉर्ड बनाने के साथ-साथ सिल्वर मेडल भी जीत लिया।
गोल्ड जीतने वाली खिलाड़ी से एक किलो कम वजन उठाया
गोल्ड जीतने वाली नाइजीरिया की आदिजात एडेनिके ने 203 किलो का वजन उठाया जो बिंदियारानी की तुलना में एक किलो अधिक था। नाइजीरिया की खिलाड़ी कुल 203 किलो (स्नैच: 92 किलो, क्लीन एंड जर्क: 111 किलो) के साथ पहले स्थान पर रहीं और स्वर्ण अपने नाम किया। वहीं, बिंदियारानी 202 किलो (स्नैच: 86 किलो, क्लीन एंड जर्क: 116 किलो) के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। जबकि फ्रेयर मॉरो कुल 198 किलो वजन ((स्नैच: 89 किलो, क्लीन एंड जर्क: 109 किलो) के साथ तीसरे स्थान पर रहीं।
बिंदियारानी का यह पहला कॉमनवेल्थ गेम्स मेडल है। इससे पहले उन्होंने 2019 एपिया में कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण और 2021 ताशकंद कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में रजत पदक अपने नाम किया था।
बिंदियारानी का राष्ट्रमंडल खेलों में पहला पदक
बिंदियारानी ने मेडल जीतने के बाद कहा कि यह मेरा पहला राष्ट्रमंडल खेल है और मैं सिल्वर जीतने के साथ ही खेलों के रिकॉर्ड को लेकर बहुत खुश हूं। उन्होंने बताया कि मैं 2008 से 2012 तक ताइक्वांडो खेलती थी लेकिन फिर वेटलिफ्टिंग करने का फैसला किया। मुझे लंबाई की समस्या थी इसलिए मुझे शिफ्ट होना पड़ा। सभी ने कहा कि मेरी लंबाई वेटलिफ्टिंग के लिए आदर्श है।
वेटलिफ्टिंग में आए चारों मेडल
बता दें कि बिंदियारानी से पहले मीराबाई चानू ने 49 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण, जबकि पुरुषों में संकेत सरगर ने 55 किग्रा भारवर्ग में रजत और गुरुराजा पुजारी ने 61 किग्रा भारवर्ग में कांस्य पदक अपने नाम किया था।