Year Ender 2022: बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन, रेसलिंग और वेटलिफ्टिंग में देश रहा नंबर 1
भारत ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ खेलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 61 मेडल जीते थे। यह भारत का चौथा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
Year Ender 2022: साल 2022 भारतीय खेल प्रेमियों के लिए काफी खास रहा। इस साल टीम इंडिया ने बर्मिंघम में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में शानदार प्रदर्शन किया। मेडल टैली के हिसाब से देखें तो यह भारतीय दल का चौथा बेस्ट परफॉर्मेंस था। इस संस्करण में भारत के नाम कुल 61 मेडल आए जिसमें 22 गोल्ड, 16 सिल्वर और 23 ब्रॉन्ज शामिल थे। इस साल भारतीय पहलवानों और वेटलिफ्टर्स का जलवा खासतौर पर देखने को मिला। टेबल टेनिस और बैडमिंटन में भी भारतीय खिलाड़ियों ने दमदार प्रदर्शन किया। इन खेलों के अलावा बॉक्सिंग में भी देश ने अच्छे-खासे मेडल जीते।
रेसलिंग और वेटलिफ्टिंग में रहा जलवा
भारत ने अपने 61 में से 42 मेडल टेबल टेनिस, बैडमिंटन, रेसलिंग, वेटलिफ्टिंग और बॉक्सिंग में जीते। सबसे ज्यादा मेडल देश के नाम रेसलिंग में आए 12 और दूसरे नंबर पर वेटलिफ्टिंग में देश ने 10 मेडल जीते। टेबल टेनिस और बैडमिंटन में भारत का कमाल दिखा। 4 गोल्ड समेत 7 मेडल टेबल टेनिस खिलाड़ियों ने जीते तो 3 गोल्ड समेत 6 मेडल बैडमिंटन में भी देश को मिले। मुक्केबाजी में भी हम किसी से पीछे नहीं रहे और 3 गोल्ड समेत 7 मेडल इसमें भी देश के मुक्केबाजों ने हासिल किए। खास बात यह रही कि इस बार भारत को एथलेटिक्स में भी एक गोल्ड समेत कुल 8 मेडल मिले।
खेल रत्न विजेता अचंता ने किया कमाल
टेबल टेनिस की दुनिया के दिग्गज भारतीय खिलाड़ी अचंता शरत कमल ने इन कॉमनवेल्थ खेलों में अकेले 4 मेडल जीते। इसमें उनका एक व्यक्तिगत सिंगल्स का गोल्ड मेडल भी था। बर्मिंघम में अचंता यहीं नहीं रुके उन्होंने मिक्स्ड डबल्स और मिक्स्ड टीम ईवेंट में भी गोल्ड मेडल अपने नाम किया। मेन्स डबल्स में सिल्वर भी उन्होंने जीता था। इन चार ऐतिहासिक मेडल्स के कारण उन्हें भारत सरकार द्वारा साल 2022 के लिए खेल रत्न पुरस्कार भी दिया गया। कॉमनवेल्थ खेलों में अचंता अभी तक कुल 13 मेडल जीत चुके हैं।
सिंधु-लक्ष्य और सात्विक-चिराग की जोड़ी ने बैडमिंटन मे रचा इतिहास
बर्मिंघम में हुए इन खेलों में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों की बात करें तो बैडमिंटन में भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु, युवा लक्ष्य सेन और सात्विक-चिराग की दमदार जोड़ी ने भी गोल्ड पर कब्जा किया था। सिंधु ने कनाडा की मिशेल ली को हराकर इतिहास रचा था तो युवा लक्ष्य ने कड़े मुकाबले में मलेशियाई खिलाड़ी को ध्वस्त करते हुए सोना जीता था। मेन्स डबल्स में सात्विक-चिराग की जोड़ी ने कमाल किया और फाइनल में इंग्लैड की जोड़ी को पस्त करते हुए देश के लिए गोल्ड मेडल जीता था।
क्रिकेट और लॉन बॉल्स से भी मिली खुशी
बर्मिंघम कॉमनवेल्थ खेलों में पहली बार महिला क्रिकेट शामिल किया गया था। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने यहां ऐतिहासिक प्रदर्शन किया और फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारने के बावजूद देश के लिए सिल्वर मेडल जीत लिया। यह लम्हा भारतीय क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक था। इसके अलावा लॉन बॉल्स एक ऐसा खेल उभरकर आया जिसके बारे में इससे पहले शायद ही कुछ लोग जानते होंगे। इस खेल में भी भारतीय महिलाओं ने जलवा बिखेरा और देश के लिए ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जीता। इसी खेल में देश को एक सिल्वर मेडल भी मिला।
CWG 2022 में किन खेलों में भारत को मिले कितने पदक?
खेल | गोल्ड | सिल्वर | ब्रॉन्ज | कुल पदक |
कुश्ती | 6 | 1 | 5 | 12 |
वेटलिफ्टिंग | 3 | 3 | 4 | 10 |
एथलेटिक्स | 1 | 4 | 3 | 8 |
मुक्केबाजी | 3 | 1 | 3 | 7 |
टेबल टेनिस | 4 | 1 | 2 | 7 |
बैडमिंटन | 3 | 1 | 2 | 6 |
जूडो | 0 | 2 | 1 | 3 |
हॉकी | 0 | 1 | 1 | 2 |
लॉन बॉल्स | 1 | 1 | 0 | 2 |
स्क्वैश | 0 | 0 | 2 | 2 |
पॉवर पैरालिफ्टिंग | 1 | 0 | 0 | 1 |
क्रिकेट | 0 | 1 | 0 | 1 |
कुल पदक | 22 | 16 | 23 | 61 |