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कुश्ती संघ पर लगे आरोपों की जांच करेंगी बबीता फोगाट, निगरानी समिति में किया गया शामिल

भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) और उसके अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन दुराचार, वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगाए गए, जिसकी जांच चल रही हैं।

Babita Phogat- India TV Hindi Image Source : ANI Babita Phogat

भारतीय खेल जगत में इस वक्त बवाल मचा हुआ है। भारत के कई नामी पहलवान कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठ गए। कई दिनों तक विरोध के बाद खेल मंत्रालय ने इस मामले की जांच के लिए एक समिति बनाई। इस समिति में अब एक दिग्गज पहलवान को भी शामिल किया गया है। 

जांच समिति में बबीता भी

इस महीने की शुरुआत में देश के शीर्ष पहलवानों द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) और उसके अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन दुराचार, वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगाए थे, जिसकी जांच के लिए खेल मंत्रालय ने निगरानी समिति का गठन किया था। मंगलवार को समिति के पैनल में पूर्व भारतीय पहलवान बबीता फोगट को भी शामिल किया गया। 

आरोपों की जांच के अलावा ओवरसाइट कमेटी डब्ल्यूएफआई के दिन-प्रतिदिन के प्रशासन को भी देख रही है। खेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा, पूर्व पहलवान बबीता फोगट को भारतीय कुश्ती महासंघ के दिन-प्रतिदिन के प्रशासन को संभालने के लिए युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा गठित निगरानी समिति के पैनल में शामिल किया गया है। इसमें कहा गया- निगरानी समिति डब्ल्यूएफआई के यौन दुराचार, उत्पीड़न और/धमकी, वित्तीय अनियमितताओं और प्रशासनिक चूक के आरोपों की भी जांच कर रही है, जैसा कि प्रमुख खिलाड़ियों द्वारा आरोप लगाया गया है।

समिति की छठी सदस्य बबीता

बबिता समिति की छठी सदस्य हैं, जिसकी अध्यक्षता महान मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम कर रही हैं। बयान में आगे कहा गया- बबिता फोगट अब ओवरसाइट कमेटी की 6वीं सदस्य बन गई हैं, जिसमें खेल रत्न अवार्डी एमसी मैरी कॉम, योगेश्वर दत्त, तृप्ति मुर्गुंडे, राधिका श्रीमान, राजेश राजगोपालन शामिल हैं। समिति में नया नाम जोड़ना आईएएनएस द्वारा रिपोर्ट किए जाने के कुछ दिनों बाद आया है कि सरकार शीर्ष पहलवानों- बजरंग पुनिया, विनेश फोगट और साक्षी मलिक की निराशा के बाद पैनल में कुछ और नाम जोड़ सकती है, उन्होंने सलाह के बिना निरीक्षण समिति के गठन पर निराशा व्यक्त की थी।

जंतर-मंतर पर दिया था धरना

महीने की शुरुआत में शीर्ष पहलवानों ने राष्ट्रीय राजधानी में जंतर-मंतर पर धरना दिया था, जिसके बाद खेल मंत्री ठाकुर के साथ पांच घंटे तक बैठक चली थी और धरना खत्म किया गया था, खेल मंत्री ने उनसे वादा किया था कि आरोपों की जांच की जाएगी।