Azadi Ka Amrit Mahotsav: टेनिस के खेल में भारत के लिए कभी भी कोई बहुत बड़ा नाम नहीं आया। यूं तो रामानाथन कृष्णन, विजय अमृत राज, रोहन बोपन्ना, सोमदेव बर्मन, निरुपमा संजीव कई खिलाड़ियों ने अपने खेल का लोहा मनवाया लेकिन सानिया मिर्जा ने जो किया वो शायद इनमें से कोई नहीं कर पाया। सानिया के नाम छह ग्रैंड स्लैम टाइटल हैं। उन्होंने तीन बार मिक्स्ड डबल्स और इतनी ही बार वुमेन्स डबल्स में ग्रैंड स्लैम टाइटल जीता है। वह भारत की इकलौती महिला टेनिस खिलाड़ी हैं जिन्होंने यह कारनामा कर दिखाया।
उनके अलावा पुरुष टेनिस स्टार महेश भूपति 12 बार (4 मेन्स डबल्स और 8 मिक्स्ड डबल्स) ग्रैंड स्लैम टाइटल जीते हैं तो लिएंडर पेस ने 8 बार मेन्स डबल्स का ग्रैंड स्लैम टाइटल जीता है। 1947 में आजादी के एक दशक के बाद तक यानी साल 1960 तक भारतीय टेनिस का कारवां थमा हुआ था। इसके बाद जब यह कारवां शुरू हुआ तो इसका श्रेय रामानाथन कृष्णन को जाता है। रामानाथन विंबलडन बॉयज़ एकल खिताब जीतने वाले पहले एशियाई खिलाड़ी बने थे। फाइनल में उन्होंने चार बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन एशले कूपर को हराया था।
सानिया ने बदली भारत में महिला टेनिस की तस्वीर
सानिया मिर्जा इस सूची में शामिल अकेली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं जिन्होंने एक से ज्यादा बार ग्रैंड स्लैम टाइटल जीता। उन्हें भारत में महिला टेनिस के बदलाव का श्रेय दिया जाता है। 1998 के ऑस्ट्रेलिया ओपन में निरुपमा संजीव पहला ग्रैंडस्लैम मैच जीतने वाली पहली भारतीय महिला थीं। इसके अलावा देश के पास महिला टेनिस की उपलब्धि गिनवाने का दूसरा अवसर कोई नहीं था जब तक सानिया मिर्जा ने टेनिस की दुनिया में कदम नहीं रखा। सानिया ने 6 ग्रैंड स्लैम के साथ 42 डबल्यूटीए डबल्स टाइटल भी जीते। वह भारत की पहली महिला खिलाड़ी बनीं जो डबल्यूटीए डबल्स रैंकिंग में पहले स्थान पर काबिज हुईं।
Image Source : Social Mediaसानिया मिर्जा के सभी 6 ग्रैंड स्लैम टाइटल
सानिया मिर्जा ने महेश भूपति के साथ मिलकर 2009 ऑस्ट्रेलियन ओपन के मिक्सड डबल्स का खिताब जीता। दो साल बाद इस जोड़ी ने फ्रेंच ओपन में भी यही कारनामा करके दिखाया। सानिया मिर्जा का तीसरा मिक्स्ड डबल्स ग्रैंड स्लैम खिताब साल 2014 में आया, जब उन्होंने अपने ब्राजीली पार्टनर ब्रूनो सोरेस के साथ मिलकर यूएस ओपन का खिताब जीता। साल 2015 में सानिया ने स्विस लीजेंड मार्टिना हिंगिस के साथ जोड़ी बनाई, इस शानदार जोड़ी ने लगातार 44 मैच जीतने के साथ ही 3 लगातार ग्रैंड स्लैम खिताब जीते। जिनमें साल 2015 में विंबलडन ओपन और यूएस ओपन के साथ-साथ साल 2016 का फ्रेंच ओपन भी शामिल है।
सानिया मिर्जा की यह उपलब्धियां भारत के लिए बेहद खास हैं। पुरुष टेनिस खिलाड़ी बहुत हुए जिन्होंने भारत के लिए टेनिस खेला और अपना लोहा भी मनवाया। लेकिन महिलाओं में कभी भी ऐसा कोई बड़ा नाम नहीं हुआ था। लेकिन सानिया मिर्जा ने ऐसा किया और वह इस वक्त देश की सबसे बड़ी महिला टेनिस खिलाड़ी हैं। आजादी के अमृत महोत्सव पर अगर आजादी के 75 सालों में खेल के क्षेत्र से आई खास उपलब्धियों पर हम गौर करेंगे तो उनमें से एक सानिया मिर्जा की ये उपलब्धि भी जरूर गिनी जाएगी।