रूस के टेनिस स्टार और दुनिया के नंबर-2 टेनिस खिलाड़ी दानिल मेदवेदेव ने ऑस्ट्रेलियन ओपन फाइनल में राफेल नडाल से मिली हार के बाद एक हैरान करने वाला बयान दिया है। मेदवेदेव ने कहा है कि वो फ्रेंच ओपन और विंबलडन जैसे ग्रैंडस्लैम प्रतियोगिताओं में खेलने के बजाए अपने देश रूस में होने वाले टूर्नामेंट्स में खेलने को तरजीह देंगे। मेदवेदेव ने ये बातें ऑस्ट्रेलियन ओपन फाइनल के बाद हुए प्रेस कांफ्रेंस में कही।
अपने इमोशनल मोनोलॉग में दर्शकों का जिक्र किए बिना मेदवेदेव ने बताया कि वह मेंस सिंगल्स फाइनल में शानदार प्रदर्शन के बावजूद टेनिस फैंस के बर्ताव से कितने निराश थे। दुनिया के नंबर 2 खिलाड़ी ने कहा, " मेरे अंदर के बच्चे ने अब सपने देखना बंद कर दिया है। अब से मैं अपने लिए, अपने परिवार के लिए और उन लोगों के लिए खेलूंगा जो मुझ पर भरोसा करते हैं।"
मेदवेदेव ने कहा, "रोलां गैरों या विंबलडन से पहले अगर मास्को में हार्ड कोर्ट पर कोई टूर्नामेंट होगा तो मैं इसमें हिस्सा लूंगा भले ही इसके लिए मुझे विंबलडन या फ्रेंच ओपन से नाम वापस लेना पड़े।" उन्होंने आगे कहा, ""मैं सिर्फ एक छोटा सा उदाहरण देने जा रहा हूं। पांचवे सेट में भी राफा (राफेल नडाल) के सर्व करने से पहले, एक फैन ने मेरा उत्साह बढ़ाने के लिए कहा, '‘C’mon, दानिल।' जिसके बाद हजारों लोग ने उसे टारगेट करते हुए 'शश्श्श' की अवाज निकालकर उसे चुप करा दिया। लेकिन मेरे सर्व से पहले, मैंने इसे नहीं सुना। यह अपमानजनक है, यह निराशाजनक है। मुझे पता नहीं कि 30 साल की उम्र के बाद मैं टेनिस खेलना चाहूंगा या नहीं।"
बता दें कि 25 साल के टेनिस स्टार मेदवेदेव पूरे ऑस्ट्रेलियन ओपन के दौरान लगातार दर्शकों के निशाने पर रहे। लोकल खिलाड़ी निक किर्गियोस के खिलाफ मैच के बाद से ही वो लगातार दर्शकों के बर्ताव से निराश नजर आए। फाइनल मैच के दौरान दर्शकों के व्यवहार से उनके लिए काफी मुश्किलें खड़ी हुई जिसके बाद उन्होंने प्रेस कांफ्रेस के दौरान ये भावनात्मक बयान दिया।