भारतीय महिला हॉकी टीम का एशिया कप में अपने खिताब का बचाव करने का सपना दक्षिण कोरिया से 2-3 की हार के साथ ही चकनाचूर हो गया। भारत ने अच्छी शुरुआत की तथा 28वें मिनट में वंदना कटारिया के गोल से बढ़त बनायी लेकिन कोरिया ने इसके बाद शानदार वापसी की। उसकी तरफ से कप्तान एनुबी चेओन (31वें), सेउंग जू ली (45वें) और हाइजिन चो (47वें मिनट) ने गोल किये।
भारत अब शुक्रवार को तीसरे और चौथे स्थान के प्लेऑफ मैच चीन से भिड़ेगा। जापान ने दूसरे सेमीफाइनल में चीन को 2-1 से हराकर फाइनल में कोरिया से भिड़ने का हक पाया। पहले दो क्वार्टर अगर भारत के नाम रहे तो कोरिया ने मध्यांतर के बाद अपना दबदबा दिखाया।
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भारत ने पहले क्वार्टर की शुरुआत में पेनल्टी कार्नर हासिल किया लेकिन गुरजीत के फ्लिक को कोरियाई गोलकीपर ने बचा दिया। इसके कुछ मिनट बाद शर्मिला देवी का रिवर्स हिट गोल के ऊपर से बाहर चला गया। लालरेम्सियामी ने भारत को जल्द ही बढ़त दिला दी लेकिन सर्किल के अंदर फाउल होने के कारण गोल को अमान्य करार दिया गया।
पहला क्वार्टर समाप्त होने से कुछ देर पहले वंदना का करीब से जमाया गया रिवर्स हिट कोरियाई गोलकीपर ने रोक दिया। भारत दो बार गोल करने के करीब पहुंचा और वह दोनों टीम में बेहतर नजर आ रहा था लेकिन मौकों को नहीं भुना पाया। कोरिया जवाबी हमलों में खतरनाक नजर आ रहा था लेकिन भारतीय रक्षकों ने भी पूरी मुस्तैदी दिखायी। दूसरे क्वार्टर में कोरिया ने पेनल्टी कार्नर हासिल किया लेकिन भारतीय कप्तान गोलकीपर सविता ने दो बार अच्छा बचाव किया।
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भारत ने मध्यांतर से दो मिनट पहले लगातार दो पेनल्टी कार्नर हासिल किये और वंदना ने दूसरे अवसर पर रिबाउंड पर गोल करके टीम को बढ़त दिला दी। कोरिया की टीम मध्यांतर के बाद पूरी तरह से बदली हुई नजर आयी। चेओन ने 31वें मिनट में पेनल्टी कार्नर पर बराबरी का गोल किया। भारत का पेनल्टी कार्नर पर प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और गुरजीत फिर चूक गयी।
तीसरे क्वार्टर से ठीक पहले कोरिया ने ली के गोल से बढ़त बनाकर भारतीयों को हतप्रभ कर दिया। कोरिया ने चौथे और अंतिम क्वार्टर के दूसरे मिनट में ही स्कोर 3-1 कर दिया जब चो ने हेजियोंग शिन के पास पर सविता को छकाते हुए गोल दागा। लालरेम्सियामी ने अंतिम हूटर बजने से छह मिनट पहले वंदना के ऊंचे पास पर गोल किया लेकिन इससे हार का अंतर ही कम हो पाया।