भारतीय हॉकी टीम के डिफेंडर खिलाड़ी अमित रोहिदास को पेरिस ओलंपिक 2024 में ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ मुकाबले में रेड कार्ड की वजह से लगभग पूरे मैच में बाहर बैठना पड़ा था। भारतीय टीम ने अमित के बिन 10 खिलाड़ियों के साथ इस मुकाबले को शूट आउट में 4-2 से जीतकर सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाई थी। वहीं रेड कार्ड की वजह से अमित जर्मनी के खिलाफ हुए सेमीफाइनल मुकाबले में टीम का हिस्सा नहीं रहे थे जिसमें भारतीय टीम को हार का भी सामना करना पड़ा था। अब अमित ने देश वापस लौटने के बाद इस पूरी घटना पर पहली बार बयान दिया है।
मैंने जानबूझकर ऐसा नहीं किया था
अमित रोहिदास को रेड कार्ड की वजह से इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन के नियमों के अनुसार एक मैच के बैन का सामना करना पड़ा था जिसकी वजह से वह सेमीफाइनल मुकाबले में नहीं खेल पाए थे। अमित ने अब इस पूरी घटना पर पीटीआई को दिए अपने बयान में बताया कि पूरा देश और मेरे साथी खिलाड़ी मेरे साथ थे उन्होंने मुझे बिल्कुल भी ऐसा एहसास नहीं होने दिया कि मैं टीम से बाहर हूं। मेरा भी पूरा ध्यान अगले मैच पर था। मुझे नहीं पता कि लोग बाहर क्या कह रहे थे लेकिन एक खिलाड़ी होने के नाते मैं ये कह सकता हूं कि मैंने ऐसा जानबूझकर नहीं किया और रेफरी का फैसला इस खेल का भी एक हिस्सा है।
मुझे इस बात की खुशी और गर्व है कि हम 10 खिलाड़ियों के साथ भी उस मुकाबले को जीतने में कामयाब रहे। हमने सभी देशवासियों को ये दिखाया कि 10 खिलाड़ियों के साथ खेलते हुए हमने सामने वाली टीम को इसका लाभ उठाने का मौका बिल्कुल भी नहीं दिया। हमने ऑस्ट्रेलिया को भी ओलंपिक में 52 साल के बाद मात देने में कामयाबी हासिल की थी।
श्रीजेश को लेकर अमित ने कही ये बात
पीआर श्रीजेश जो अब भारतीय हॉकी टीम का एक खिलाड़ी के रूप में हिस्सा नहीं होंगे उनको लेकर भी अमित रोहिदास ने कहा कि श्रीजेश भाई भले ही संन्यास के बाद हमारे साथ फील्ड पर मौजूद नहीं होंगे लेकिन वह हमेशा एक मार्गदर्शक और मेंटर के रूप में हमारी मदद करते रहेंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि जो भी उनकी जगह लेगा हम सभी उसके साथ मिलकर काम करेंगे और इससे भी बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।
(PTI INPUTS)
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