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Hindi News खेल अन्य खेल Exclusive: अमन सहरावत के कोच का बड़ा बयान, 'अगले ओलंपिक में जरूर जीतेगा गोल्ड मेडल'

Exclusive: अमन सहरावत के कोच का बड़ा बयान, 'अगले ओलंपिक में जरूर जीतेगा गोल्ड मेडल'

Paris Olympics 2024: भारत के सिर्फ 21 साल के रेसलर अमन सहरावत पेरिस ओलंपिक में 57 किलोग्राम कैटेगिरी में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम करने में कामयाब रहे। वहीं अब उनके कोच ने अगले ओलंपिक को लेकर भी बड़ा बयान दिया है कि अमन वहां पर गोल्ड मेडल जीतेगा।

Aman Sehrawat- India TV Hindi Image Source : PTI अमन सहरावत पेरिस ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद अपनी खुशी को जाहिर करते हुए।

Aman Sehrawat Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत को छठा पदक पुरुष रेसलिंग के 75 किलोग्राम फ्री-स्टाइल के इवेंट में मिला। 21 साल के युवा भारतीय रेसलर अमन सहरावत ने प्यूर्टो रिको के डारियान टोई क्रूज को 13-5 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल को अपने नाम किया। इस इवेंट में अमन गोल्ड मेडल जीतने के दावेदार थे लेकिन सेमीफाइनल मुकाबले में उन्हें जापान के रेसलर के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। वहीं अमन सहरावत के कोच ने इंडिया टीवी से खास बातचीत करते हुए साल 2028 में होने वाले अगले ओलंपिक को लेकर अभी ये ऐलान कर दिया है कि अमन वहां से स्वर्ण पदक जीतकर जरूर लाएगा।

अमन काफी मेहनती रेसलर है, हमें तो इस बार ही गोल्ड की उम्मीद थी

अमन सहरावत को लेकर सीनियर भारतीय कोच जगमिंदर सिंह ने इंडिया टीवी के स्पोर्ट्स एडिटर समीप राजगुरु के साथ खास बातचीत में कहा कि हमें तो इस बार ही गोल्ड की उम्मीद थी लेकिन ब्रॉन्ज से ही संतोष करना पड़ा। अमन काफी कड़ी मेहनत करता है और एकबार जो चीज बता दी जाती है उसे फॉलो करता है। हमें दुख है कि वह गोल्ड नहीं जीत पाया लेकिन वह किसी वजह से नहीं आ पाया। हमारे साथ अमन का भी वादा है कि वह अगले ओलंपिक में गोल्ड लाएगा।

जगमिंदर सिंह ने आगे कहा कि हमारा एक ही पहलवान पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर पाया क्योंकि जब हम क्वालीफाई टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए गए थे तो दुबई में उस समय भारी बारिश की वजह से हमारे 2 पहलवान पहुंच ही नहीं पाए। वह दुबई एयरपोर्ट में ही तीन दिन तक कोई फ्लाइट नहीं होने की वजह से वहां से निकल ही नहीं पाए।

कुश्ती लड़ने से ज्यादा रेसलर को अपने वजन पर अधिक ध्यान देना पड़ता है

सेमीफाइनल मुकाबले के बाद अमन सहरावत का वजन 61.5 किलोग्राम पहुंच गया था, जिसके बाद ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले से पहले उनके वेट को तय सीमा के अंदर लाने के लिए काफी कड़ी मेहनत करनी पड़ी जिसमें उनके एक और कोच वीरेंद्र सिंह ने इंडिया टीवी से बातचीत में बताया कि सेमीफाइनल मुकाबला खत्म होने के बाद हमने डेढ़ घंटे तक मैट सेशन कराया। उसके बाद रात में हम जब वापस खेल गांव पहुंचे तो वहां हमने सोनाबाथ का सेशन, ट्रेडमिल का एक सेशन का किया और उसके बाद इसका वजन किया तो 900 ग्राम था। इसके बाद हमने इसको गर्म पानी शहद के साथ दिया। पूरी रात हम सोए नहीं और सुबह जब इसका वजन किया तो वह 56.9 किलोग्राम था। एक पूरी रात में हमने 4.6 किलोग्राम वजन घटाया।

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