भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी युवराज वाल्मीकि ने हॉकी फेडरेशन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि हॉकी इंडिया खैरात में अर्जुन अवार्ड बांट रही है, सोर्स जिनके होते हैं अवॉर्ड उनको मिलता है। युवराज वाल्मीकि पिछले काफी लंबे समय से टीम से बाहर चल रहे हैं। युवराज ने 2011 एशियाई चैंपियनशिप में पाकिस्तान के खिलाफ नल्टी शूटआउट में गोल दागकर भारत को जीत दिलाई थी। इसी के साथ वह लगातार चार साल तक जर्मन हॉकी लीग खेलने वाले भारत के इकलौते हॉकी खिलाड़ी भी हैं।
युवराज ने हेल्लो ऐप पर एक वीडियो पोस्ट किया है। इस वीडियो में युवराज ने कहा “हॉकी इंडिया खैरात में अर्जुन अवार्ड बांट रही है, सोर्स जिनके होते हैं अवॉर्ड उनको मिलता है।”
इसी के साथ उन्होंने आरोप लगाया कि हॉकी इंडिया अपने खिलाड़ियों को कभी सपोर्ट नहीं करता है और उनकी पर्सनल लाइफ में झांकता है।
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युवराज ने कहा :टीम में सिलेक्ट होने के लिए खिलाड़ी सोर्स लगाते हैं और उनकी प्रोफेशनल परफॉर्मेंस की कदर नहीं होती है। अंदरूनी राजनीति की वजह से कई खिलाड़ियों का करियर का बर्बाद हुआ है।"
फेडरेशन पर आरोप लगाने के बीच युवराज ने मौजूदा टीम इंडिया के प्रदर्शन की जमकर तारीप की है और कहा है कि भारत ओलंपिक में मेडल ला सकता है। युवराज ने आगे कहा,“भारतीय टीम अच्छा कर रही है। ओलंपिक में टॉप 5 में आ सकती है। यहां तक कि ब्रॉन्ज मेडल भी जीत सकती है।”
बता दें, हॉकी इंडिया ने भारतीय महिला टीम की कप्तान रानी रामपाल के नाम की अनुशंसा खेलरत्न पुरस्कार के लिये की है जबकि वंदना कटारिया, मोनिका और हरमनप्रीत सिंह के नाम अर्जुन पुरस्कार के लिये भेजे गए हैं। मेजर ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार के लिये भारत के पूर्व खिलाड़ी आर पी सिंह और तुषार खांडकर के नाम भेजे गए हैं। कोच बी जे करियाप्पा और रमेश पठानिया के नाम द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिये भेजे हैं।