एकातेरिनबर्ग। मुक्केबाजी विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह बनाकर इतिहास रचने वाले भारतीय मुक्केबाज अमित पंघल ने शुक्रवार को कहा कि वह अपने देश के लिए स्वर्ण पदक जीतने के लिए अपना पूरा दमखम लगा देंगे। एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुके पंघल ने 52 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में कजाकिस्तान के साकेन बिबिसोनोव को 3-2 से हराया। शनिवार को होने वाले फाइनल में अमित का सामना रियो ओलंपिक में स्वर्ण जीतने वाले शाखोबिदीन जोइरोव से होगा।
मैच के बाद अमित ने कहा, "जितना सोचकर आया था, उससे कहीं अधिक जोर लगाना पड़ा। मेरे साथियों ने मेरा काफी सपोर्ट किया है और इसके लिए मैं सबका धन्यवाद करना चाहूंगा। हमारी मुक्केबाजी के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। मैं पूरी कोशिश करुं गा कि अपने देश के लिए गोल्ड जीत सकूं।"
अमित विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष मुक्केबाज हैं। अब तक पांच भारतीय पुरुष मुक्केबाजों ने विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य जीता है। विजेंद्र सिंह ने 2009 में यह कारनामा किया था जबकि विकास कृष्णन ने 2011 और शिवा थापा ने 2015 में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था।
इसके अलावा गौरव विधूड़ी ने 2017 में सेमीफाइनल में पहुंचकर कांस्य जीता था लेकिन वह भारतीयों के पदक का रंग नहीं बदल सके थे।
इस साल मनीष कौशिक ने भी सेमीफाइनल का सफर तय किया लेकिन शुक्रवार को ही क्यूबा के मौजूदा विश्व चैम्पियन एंडी क्रूज के हाथों 63 किग्रा के सेमीफाइनल में 0-5 से हार गए।