कोरोना वायरस के बावजूद महिला हॉकी का ध्यान ओलंपिक पर : कोच शुअर्ड मरेन
भारतीय टीम को 14 से 25 मार्च तक चीन का दौरा करना था, जिसे फरवरी में पहले ही रद्द किया जा चुका है।
नई दिल्ली| देश और दुनियाभर में फैले कोरोनावायरस के कारण भारतीय महिला हॉकी टीम के अधिकतर कार्यक्रम स्थगित और रद्द किए जा चुके हैं। लेकिन कोच शुअर्ड मरेन टीम की तैयारी की योजना को लेकर किसी तरह के भारी बदलाव के बारे में नहीं सोच रहे हैं।
भारतीय टीम को 14 से 25 मार्च तक चीन का दौरा करना था, जिसे फरवरी में पहले ही रद्द किया जा चुका है। टीम को जून में एशियाई चैंपियनशिप में भी भाग लेना है और उस पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।
मरेन ने आईएएएनएस से कहा, "जहां तक ओलंपिक की बात है तो वह तय समय पर ही होने जा रहा है। अब हमें केवल अपना दौरा ही देखना है।"
उन्होंने कहा, "हमें नीदरलैंड्स, जर्मनी और जून में एशियाई चैंपियनशिप का दौरा करना था। हमें यह देखना होगा कि कौन सा संभव है। अगर ऐसा नहीं होता है तो हमें इसे स्वीकार करना होगा। खेल में बदलती परिस्थितियों को स्वीकार करना आम बात है। हॉकी इंडिया जो कुछ भी कर सकती है, वह साई के साथ मिलकर कर रही है। इसलिए मैं कोई अलग रणनीति नहीं बनाना चाहता।"
मरेन ने कहा कि उन्होंने सोमवार को ही खिलाड़ियों के साथ एक बैठक की है, जिसमें उन्होंने खिलाड़ियों को बताया है कि उन्हें 24 जुलाई से शुरू होने वाले टोक्यो ओलंपिक पर अपना ध्यान लगाना है।
कोच ने कहा, "जब तक हम कुछ और नहीं सुनते तब तक हम अपने कार्यक्रम पर ध्यान लगाना जारी रखते हैं। वे (खिलाड़ी) बहुत निराश थे कि वे घर नहीं जा सकते। लेकिन वे भी इस स्थिति को समझते हैं जोकि सबसे महत्वपूर्ण है।"
उन्होंने कहा, "अगर आप अपने परिवार को चार सप्ताह तक नहीं देखते हैं तो आप निराश होंगे। उन्हें वास्तव में ब्रेक की जरूरत थी। ब्रेक केवल शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक भी है। इसलिए अब हमें इस तरह की चीजों से निपटना होगा।"