कोरोना वायरस : दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार रद्द हो सकता है विंबलडन
फ्रेंच ओपन पहले ही आगे खिसका दिया गया है जबकि सात जून तक सभी प्रतियोगिताएं रद्द कर दी गयी हैं। विंबलडन 29 जून से शुरू होना था जहां नोवाक जोकोविच और सिमोना हालेप को अपने एकल खिताब का बचाव करने के लिये उतरना है।
कोरोना वायरस का कहर टेनिस की सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगिता विंबलडन पर टूट सकता है जिसका दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार रद्द होना तय लग रहा है। कोविड-19 के कारण विश्व भर की खेल प्रतियोगिताएं प्रभावित हुई हैं और अगर ऑल इंग्लैंड क्लब में होने वाला एकमात्र ग्रासकोर्ट ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट रद्द होता है तो इससे टेनिस सत्र पूरी तरह अस्त व्यस्त हो जाएगा।
फ्रेंच ओपन पहले ही आगे खिसका दिया गया है जबकि सात जून तक सभी प्रतियोगिताएं रद्द कर दी गयी हैं। विंबलडन 29 जून से शुरू होना था जहां नोवाक जोकोविच और सिमोना हालेप को अपने एकल खिताब का बचाव करने के लिये उतरना है। लेकिन इस टूर्नामेंट को रद्द किये जाने की पूरी संभावना है क्योंकि विश्व कोविड-19 महामारी को फैलने से रोकने में नाकाम रहा है जिसके कारण अभी दुनिया भर में 840,000 से अधिक लोग संक्रमित हैं और 40,000 से अधिक की मौत हो चुकी है।
विंबलडन से पहले होने वाले ग्रासकोर्ट टूर्नामेंट के भी रद्द होने की संभावना है। आयोजकों ने पहले विंबलडन को दर्शकों के खाली स्टेडियम में करवाने से इन्कार किया था और टूर्नामेंट को स्थगित करने से भी परेशानियां होंगी। तीन बार के विंबलडन चैंपियन बोरिस बेकर ने मंगलवार को टूर्नामेंट के आयोजकों से फैसला करने से पहले इंतजार करने की अपील की थी।
बेकर ने ट्वीट किया था, ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि विंबलडन फैसला करने से पहले अप्रैल के आखिर तक इंतजार करेगा। ’’ विंबलडन के रद्द होने का मतलब होगा कि कई बार के चैंपियन रोजर फेडरर, सेरेना विलियम्स और वीनस विलियम्स आल इंग्लैंड क्लब में अपना आखिरी मैच खेल चुके हैं। फेडरर और सेरेना 2021 की चैंपियनशिप तक लगभग 40 साल के हो जाएंगे जबकि वीनस 41 वर्ष की हो जाएगी।
पिछले साल फाइनल में हालेप से हारने वाली सेरेना के नाम पर अभी 23 ग्रैंडस्लैम खिताब हैं और उन्हें मारग्रेट कोर्ट के रिकार्ड की बराबरी के लिये एक खिताब की जरूरत है। इंग्लैंड में घसियाले कोर्ट पर खेलने की जरूरतों को देखते हुए टूर्नामेंट को स्थगित करना अव्यवहारिक लगता है। गर्मियों में बाद में या सर्दियों से पहले इसके आयोजन को मतलब होगा कि शाम लंबी नहीं होगी।
विंबलडन में अब तक सबसे लंबी अवधि तक चले मैच में जीत दर्ज करने वाले जान इसनर ने कहा कि इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के रद्द होने की खबर को पचा पाना मुश्किल होगा।
इसनर ने मंगलवार को ईएसपीएन से कहा, ‘‘हम उम्मीद कर रहे हैं कि वे इस साल टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर आशावादी होंगे। मैं उनसे कुछ सकारात्मक सुनना पसंद करूंगा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह बात स्वीकार करनी पड़ सकती है कि इस बार हम विंबलडन नहीं खेल पाएंगे। इसे पचा पाना बहुत मुश्किल होगा। ’’ इसनर अभी एटीपी रैंकिंग में 21वें नंबर पर हैं और अमेरिकी खिलाड़ियों में शीर्ष पर है। उन्होंने 2010 में विंबलडन के पहले दौर में फ्रांस के निकोलस माहूट को 11 घंटे से भी अधिक समय तक चले मैच में हराया था। यह मैच तीन दिन तक खिंचा था जिसमें पांचवां सेट 70-68 पर खत्म हुआ था।