विंबलडन: फेडरर, मर्रे और क्वितोवा की आसान जीत
लंदन: दिग्गज खिलाड़ी रोजर फेडरर ने आल इंग्लैंड क्लब में अपने आठवें और कुल 18वें ग्रैंडस्लैम खिताब की तरफ मजबूती से कदम बढ़ाते हुए गुरुवार को यहां आसान जीत के साथ विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट
लंदन: दिग्गज खिलाड़ी रोजर फेडरर ने आल इंग्लैंड क्लब में अपने आठवें और कुल 18वें ग्रैंडस्लैम खिताब की तरफ मजबूती से कदम बढ़ाते हुए गुरुवार को यहां आसान जीत के साथ विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के तीसरे दौर में प्रवेश किया।
इस बीच एक अन्य पूर्व चैंपियन ब्रिटिश खिलाड़ी एंडी मर्रे और महिला वर्ग में पिछले साल की विजेता पेत्रा क्वितोवा ने अपना बेजोड़ प्रदर्शन जारी रखकर सीधे सेटों में जीत दर्ज की।
स्विट्जरलैंड के दूसरी वरीयता प्राप्त फेडरर ने अमेरिका के सैम क्वेरी को एक घंटे 25 मिनट तक चले मैच में लगातार सेटों में 6-4, 6-2, 6-2 से पराजित करके अपने पसंदीदा टूर्नामेंट के तीसरे दौर में कदम रखा।
फेडरर ने पहले सेट में 5-4 पर क्वेरी की सर्विस तोड़ी और इसके बाद वह पूरी तरह से हावी हो गये। दूसरे सेट में अपने दोनों पांवों के बीच से लाब करके लगाया उनका शाट आकर्षक था। फेडरर का अगला मुकाबला आस्ट्रेलिया के सैम ग्रोथ से होगा।
इस मैच के दौरान फेडरर ने विंबलडन में 2500 विनर लगाने का नया रिकार्ड भी बनाया। वह 1992 के बाद पहले खिलाड़ी हैं जिन्होंने सबसे प्रतिष्ठित ग्रैंडस्लैम में 2500 विनर लगाये हैं। उनके बाद पीट संप्रास का नंबर आता है जिन्होंने अपने करियर के दौरान इस टूर्नामेंट में कुल 2040 विनर लगाये।
तीसरी वरीयता प्राप्त और 2013 के चैंपियन मर्रे को भी तीसरे दौर में जगह बनाने में कोई परेशानी नहीं हुई। उन्होंने नीदरलैंड के रोबिन हास को एक घंटे 27 मिनट तक चले मैच में 6-1, 6-1, 6-4 से शिकस्त दी। इस 28 वर्षीय खिलाड़ी ने 25 विनर जमाये।
मर्रे ने बाद में कहा, मैंने मैच की बहुत अच्छी शुरूआत की। मैंने तेज शुरूआत की और रोबिन थोड़ा धीमा खेल रहा था। बाद में हालांकि उसने बेहतर टेनिस खेली।
मर्रे के साथ ही ब्रिटेन के एक अन्य खिलाड़ी जेम्स वार्ड ने भी तीसरे दौर में जगह बनायी। उन्होंने चेक गणराज्य के जिरी वेस्ले को चार सेट तक चले मुकाबले में 6-2, 7-6, 3-6, 6-3 से हराया। यह 2002 के बाद पहला अवसर है जबकि दो ब्रिटिश खिलाड़ी आल इंग्लैंड क्लब में तीसरे दौर में पहुंचे हैं।
आस्ट्रेलिया के सैम ग्रोथ ने हमवनत जेम्स डकवर्थ को 7-5, 6-4, 7-6 से हराकर फेडरर से भिड़ने का हक पाया। स्पेन के 20वें वरीय राबर्टो बतिस्ता ने पहले दो सेट गंवाने के बाद शानदार वापसी करके फ्रांस के बेनोइट पियरे को 2-6, 4-6, 6-3, 6-3, 6-3 से हराया।
महिलाओं में मौजूदा चैंपियन क्वितोवा ने भी केवल 57 मिनट में जापान की कुरूमी नारा को बाहर का रास्ता दिखाया। चेक गणराज्य की इस दूसरी वरीय खिलाड़ी ने यह मुकाबला 6-2, 6-0 से जीता।
विश्व की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी कारेलिन वोजनियाकी ने भी कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद तीसरे दौर में जगह बना ली है। उन्होंने चेक गणराज्य की विश्व में 83वें नंबर की खिलाड़ी डेनिसा एलेरटोवा को 6-1, 7-6 से पराजित किया।
डेनमार्क की 24 वर्षीय खिलाड़ी और यहां पांचवी वरीयता प्राप्त वोजनियाकी का अगला मुकाबला इटली की 31वीं वरीय कैमिला जियोर्गी से होगा जिन्होंने स्पेन की लारा अरूआबरेना को 6-0, 7-6 से हराया।
रूस की आठवीं वरीय एकटेरिना मकारोवा हालांकि दूसरे दौर में उलटफेर की शिकार बन गयी। स्लोवाकिया की मैगडलेना रीबारिकोवा ने उन्हें सीधे सेटों में 6-2, 7-5 से हराया।
मकारोवा से पहले तीसरी वरीय सिमोना हालेप, सातवीं वरीय अन्ना इवानोविच और नौवीं वरीय कार्ला सुआरेज नवारो भी दूसरे दौर से आगे बढ़ने में नाकाम रही थी। फ्रांस की 25वीं वरीय एलिज कार्नेट भी आज दूसरे दौर में हार गयी।
जर्मनी की दसवीं वरीयता प्रापत एजेंलिक केरबर भी तीसरे दौर में पहुंचने में सफल रही। उन्होंने रूस की अनस्तेसिया पावलिचेनकोवा की चुनौती को 7-5, 6-2 से तोड़ा।
पोलैंड की 2012 की उपविजेता और इस बार 13वीं वरीय अग्निस्ज्का रादवांस्का केवल 48 मिनट में क्रोएशिया की अलिजा टोमलजानोविच को 6-0, 6-2 से करारी शिकस्त देकर आगे बढ़ी।
जर्मनी की 18वीं वरीय और 2013 की उप विजेता सैबाइन लिस्की ने अमेरिका की क्रिस्टियाना मैकहाले को तीन सेट तक चले मैच में 2-6, 7-5, 6-1 से हराया। उनका अगला मुकाबला 15वीं वरीय स्विस खिलाड़ी टिमिया बाकसिनस्की से होगा।