विंबलडन 2018: साल का तीसरा ग्रैंड स्लैम सोमवार से, फेडरर को 9वें खिताब का इंतजार
पिछले साल क्रोएशिया के मारिन सिलिक को मात देकर फेडरर ने खिताब अपने नाम किया था।
अपने करियर में 20 ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर सोमवार से शुरू हो रहे विंबलडन ओपन में एक और खिताबी जीत का सपना लेकर उतरेंगे। पिछले साल क्रोएशिया के मारिन सिलिक को मात देकर फेडरर ने खिताब अपने नाम किया था। उनकी नजरें अपने खिताब को बचाए रखने और नौवीं बार विबंलडन की ट्रॉफी उठाने पर हैं। वहीं अगर भारत की बात की जाए तो रोहन बोपन्ना, विष्णु वर्धन और श्रीराम बालाजी से काफी उम्मीदें हैं जो पुरुष युगल में खिताब की उम्मीद लगाए बैठे हैं। पुरुष एकल में युंकी भांबरी अपनी किस्मत आजमाएंगे।
वर्ल्ड नंबर-2 फेडरर की इस ग्रैंड स्लैम में शीर्ष वरीय मिली है और वह अपने पहले मुकाबले में डुसान लाजोविक से भिड़ेंगे। फेडरर के लिए यह टूर्नामेंट किसी तरह से आसान नहीं होने वाला है क्योंकि उनके समकक्ष तीन दिग्गज खिलाड़ी सर्बिया को नोवाक जोकोविक, ग्रेट ब्रिटेन के एंडी मरे और स्पेन के राफेल नडाल तीन इस टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे हैं। अगर ये सभी दिग्गज अपने-अपने मुकाबले जीतते हुए आए को संभवत: सेमीफाइनल और फाइनल में एक दूसरे के सामने हों।
फेडरर इस टूर्नामेंट में हालांकि एक खिताबी बार के बाद आ रहे है। उन्हें हाले ओपन में बोर्न कोरिक के हाथों टूर्नामेंट के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। कोरिक उत्साह के सात ग्रैंड स्लैम में उतरेंगे। इन सभी के अलावा सिलिक, जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव, आस्ट्रिया के डोमिनिक थीम, अर्जेटीना के जुआन मार्टिन डेल पोट्रो, डेविड गोफिन जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी भी इस टूर्नामेंट में शिरकत कर रहे हैं। इन सभी खिलाड़ियों में उलटफेर करने का दम है।
भारत के लिए सब कुछ भांबरी और बोपन्ना पर निर्भर है। भांबरी अपने पहले राउंड के मैच में इटली के थॉमस फाबियानो से भिड़ेंगे। बोपन्ना फ्रांस के रोजर वासेलिन के साथ खिताब दौड़ में शामिल होंगे। वहीं, महिला एकल में स्पेन की गार्बिने मुगुरुजा अपने खिताब को बचाने के लिए जद्दोजहद करेंगी। उनके लिए राह आसान नहीं होगी। पहले दौर के मैच में उन्हें ग्रेट ब्रिटेन फ्रेंच ओपन का खिताब जीतने वाली वर्ल्ड नंबर-1 रोमानिया की सिमोना हालेप शानदार फॉर्म में हैं। पहले दौर में हालेप के सामने जापान की कुरुमी नारा होंगी।
23 ग्रैंड स्लैम खिताब अपने नाम कर चुकी अमेरिका की सेरेना विलियम्स भी इस टूर्नामेंट से वापसी कर रही हैं। पिछले साल सितंबर में बच्ची के जन्म के बाद से वह पहली बार कोई ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट खेल रही हैं। सेरेना अगर फॉर्म में लौट आती हैं तो वह किसी भी खिलाड़ी को मात दे सकती हैं और 24 ग्रैंड स्लैम जीत सकती हैं। उनकी हमवतन स्लोने स्टीफंस ने बीते महीनों में अच्छा प्रदर्शन किया है और फ्रेंच ओपन के फाइनल तक पहुंच चुकी हैं। वो भी खिताब की रेस में बनी हैं। रूस का मारिया शारापोवा, डेनमार्क की कैरोलिना वोज्नियाकी, चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिसकोवा और पेट्रा क्वितोवा भी खिताब की दौड़ में हैं।