नई दिल्ली| भारतीय टीम की दिग्गज महिला वेटलिफ्टिंग खिलाड़ी मीराबाई चानू ने सोमवार को कहा कि वह अगले साल होने वाले टोक्यो ओलम्पिक में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की तैयारी के लिए ट्रेनिंग शुरू करने को लेकर बेसब्र हैं। टोक्यो ओलम्पिक इस साल होने थे लेकिन कोविड-19 के कारण इन खेलों को एक साल के लिए टाल दिया गया है। देश के वेटलिफ्टर इस समय भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के पाटियाला स्थिति नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में हैं। 25 मार्च से सभी खिलाड़ियों की ट्रेनिंग रुकी हुई है।
चानू ने खेल मंत्री किरण रिजिजू के साथ बात करते हुए कहा, "हम यहां साई ट्रेनिंग सेंटर में सुरक्षित माहौल में हैं। हम बेसिक फिटनेस पर काम कर रहे हैं, लेकिन मैं ट्रेनिंग दोबारा शुरू करने के लिए बेसब्र हूं ताकि मैं टोक्यो ओलम्पिक में अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकूं।"
रिजिजू ने सोमवार को देश के नौ वेटलिफ्टर खिलाड़ियों से बात की। चानू के अलावा मुख्य कोच विजय शर्मा ने इसमें हिस्सा लिया। रिजिजू ने इन सभी से ट्रेनिंग दोबारा शुरू करने पर उनका फीडबैक जाना।
रिजिजू ने कहा, "मैं जानता हूं कि ओलम्पिक को देखते हुए हमारे देश के वेटलिफ्टरो को ट्रेनिंग शुरू करने की जरूरत है।" उन्होंने कहा, "हमने साई केंद्रों में एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) समिति बनाई है। हमने इसमें स्वास्थ्य विशेषज्ञों को शामिल किया ताकि एसओपी में स्वास्थ्य संबंधी उपाय शामिल किए जा सकें।"
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मंत्री ने कहा, "जो फीडबैक मैंने आज खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों से लिया है उसे हम वेटलिफ्टिंग के लिए बनाए जाने वाली एसओपी के ड्राफ्ट में उपयोग में लेंगे। मुझे उम्मीद है कि समिति की रिपोर्ट जल्दी आएगी और हम इसके बाद ट्रेनिंग को शुरू करने के फैसले के साथ जल्दी आपके सामने होंगे।"
उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि हमारे खिलाड़ी ट्रेनिंग शुरू करें लेकिन यह स्वास्थ्य की कीमत पर नहीं हो सकता। फैसले लेने से पहले हमें सभी जरूरी कदम उठाने होंगे।"