मियामी. वर्ल्ड बॉक्सिंग ऑर्गनाइजेशन (WBO) ने फ्लॉयड मेवेदर से 'फाइट ऑफ द सेन्चुरी' में जीता गया वेल्टरवेट कैटेगरी के वर्ल्ड चैम्पियन का खिताब वापस ले लिया है। मेवेदर को तीन जुलाई तक संगठन को 200 मिलियन डॉलर ( करीब 1260 करोड़ रुपए) चुकाई थी जो वो नहीं चुका पाए।
कमाई के मामले में दुनिया के सबसे अमीर एथलीट मेवेदर ने 2 मई को फिलिपींस के बॉक्सर मैनी पकयाऊ को 12 राउंड तक चले जोरदार मुकाबले में हराकर करियर की रिकॉर्ड 48वीं जीत हासिल की थी। इस फाइट में उन्होंने वेल्टरवेट कैटेगरी में वर्ल्ड चैम्पियन का खिताब जीता था। इस जीत के बाद मेवेदर को 220 मिलियन डॉलर मिले थे। लास वेगास में इस फाइट को देखने के लिए 16500 से ज्यादा लोग पहुंचे थे, जिसमें हॉलीवुड और खेल जगत के नामी सितारे भी शामिल थे। इस मुकाबले को 'फाइट ऑफ द सेन्चुरी' भी कहा गया था।
इसलिए छीना गया खिताब
फ्लॉयड मेवेदर हमारे नियमों का पालन करने में नाकाम रहे। वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में हिस्सा लेने वाला कोई भी बॉक्सर एक ही कैटेगरी में फाइट कर सकता है, लेकिन मेवेदर के नाम वेल्टरवेट के अलावा दो अन्य जूनियर स्तर पर मिडलवेट कैटेगरी में जीते गए खिताब भी हैं। ऐसे में उन्हें ये खिताब नहीं दिया जा सकता था। WBO और WBC ने मेवेदर और पकयाऊ के मामले में अपने ही नियमों को ताक पर रख दिया था। लेकिन WBO ने अपने कमेटी के नियम को सही ठहराते हुए मेवेदर को वेट क्लास (मिडलवेट या वेल्टरवेट) चुनने के लिए दो महीने का समय दिया था, जिसकी डेडलाइन शुक्रवार को खत्म हो गई थी। बॉक्सिंग एसोसिएशन ने उन्हें वेट क्लास चुनने के लिए और 10 दिन का वक्त दिया है। इस कैटेगरी में वे आगे फाइट लड़ सकते हैं।
मेवेदर का करियर
* 11 वर्ल्ड टाइटल 5 अलग-अलग वेट क्लासेस में जीता है।
* बॉक्सिंग की शुरुआत 19 साल की उम्र में की थी।
* सितंबर में अगली फाइट लड़ सकते हैं, हालांकि विपक्षी बॉक्सर का नाम अभी घोषित नहीं है।
* प्रोफेशनल बॉक्सिंग से पहले ओलिंपिक में मैडल जीत चुके हैं।