भारत के ओलंपिक पदक विजेताओं का सोमवार को यहां सम्मान समारोह में सरकार द्वारा भव्य तरीके से स्वागत किया गया, जिसमें खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि इन खिलाड़ियों की यात्रा ‘खेल उत्कृष्टता और जज्बे की अविश्वसनीय कहानी’ रही है। यहां के एक पांच सितारा होटल में आयोजित समारोह में सभी की निगाहें एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले देश के पहले खिलाड़ी नीरज चोपड़ा पर टिकी थी।
सम्मान समारोह में खेल मंत्री ने उन्हें स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट की। कांस्य विजेता पुरुष हॉकी टीम और चौथे स्थान पर रही महिला टीम दोनों ने होटल पहुंचने के बाद केक काटकर जश्न मनाया। चोपड़ा ने जहां भारतीय अभियान में स्वर्णिम चमक डाली तो वहीं भारोत्तोलक मीराबाई चानू और पहलवान रवि कुमार दहिया ने रजत पदक जीते। पुरुष हॉकी टीम के अलावा मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन, शटलर पीवी सिंधु और पहलवान बजरंग पुनिया ने कांस्य पदक हासिल किये।
लवलीना ने कहा, ‘‘मैं घर वापस आकर बहुत खुश हूं। मुझे पता था कि भारत में लोग बहुत खुश होंगे लेकिन यहां वापस आने के बाद पहली बार इतना प्यार पाकर बहुत अच्छा लग रहा है। मैं इस तरह के और पदकों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगी।’’
सिंधु और चानू समारोह में शामिल नहीं हुईं क्योंकि वे पहले ही भारत पहुंच गयी थी और उनके सम्मान में समारोह आयोजित हो गया था।
बजरंग ने कहा, ‘‘मैंने केवल अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की’’
समारोह में उपस्थित लोगों में केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री किरेन रीजीजू, खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक, सचिव (खेल) रवि मित्तल और भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान भी शामिल थे।
ठाकुर ने कहा, ‘‘टोक्यो 2020 में भारत के लिए कई ऐसी चीजें हुई जो ओलंपिक में पहली बार हुई। ओलंपिक में ‘टीम इंडिया’ की सफलता इस बात को दर्शाती है कि कैसे नया भारत दुनिया पर हावी होने की इच्छा और आकांक्षा रखता है , यहां तक कि खेल में भी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ ओलंपिक खेलों ने हमें दिखाया कि आत्म-अनुशासन और समर्पण के साथ हम चैंपियन बन सकते हैं। टीम इंडिया ने उत्कृष्ट प्रदर्शन से प्रेरित किया, जबकि भारत के लोगों ने इस सफलता पर खुशी और जश्न मनाया।’’
भारत के अभियान में कई चीजें पहली बार हुई, जिसमें अब तक का सबसे बड़ा 128-सदस्यीय खिलाड़ियों का दल, सात ओलंपिक पदक, एथलेटिक्स स्पर्धा में पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक, सिंधु द्वारा लगातार खेलों (रियो और तोक्यो) में पदक और भारतीय पुरुष हॉकी टीम का 41 साल के बाद एक पदक (कांस्य) जीतना शामिल हैं। इसके साथ ही, महिला हॉकी टीम ने खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ चौथा स्थान हासिल किया।
ठाकुर ने कहा, ‘‘हम अपने खिलाड़ियों का समर्थन करना जारी रखेंगे और हम भारत को एक खेल महाशक्ति बनाने का प्रयास करेंगे।’’ खेल मंत्री ने गोल्फर अदिति अशोक के चौथे स्थान पर रहने की भी तारीफ की। ठाकुर के पूर्ववर्ती रीजीजू ने सभी खिलाड़ियों के प्रदर्शन की प्रशंसा की और दोहराया कि भारत 2028 ओलंपिक तक एक ताकत बन जाएगा।