न्यूयार्क। जापान के केई निशिकोरी ने पांच सेट चले कड़े मुकाबले में मारिन सिलिच को हराकर अमेरिकी ओपन के पुरुष एकल सेमीफाइनल में जगह बनाई। निशिकोरी ने क्वार्टर फाइनल में 2-6, 6-4, 7-6 (7/5), 4-6, 6-4 की जीत के साथ 2014 के फाइनल में सिलिच के खिलाफ मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया।
कलाई की चोट के कारण पिछले साल अमेरिकी ओपन से बाहर रहे निशिकोरी से पहले महिला वर्ग में जापान की नाओमी ओसाका भी सेमीफाइनल में पहुंचने में सफल रही। यह पहला मौका है जब किसी एक ग्रैंडस्लैम के पुरुष और महिला एकल दोनों वर्गों के सेमीफाइनल में जापान के खिलाड़ी एक साथ पहुंचे हों।
इक्कीसवें वरीय निशिकोरी फाइनल में जगह बनाने के लिए 13 बार के ग्रैंडस्लैम विजेता नोवाक जोकोविच और दुनिया के 55वें नंबर के खिलाड़ी आस्ट्रेलिया के जान मिलमैन के बीच होने वाले मैच के विजेता से भिड़ेंगे।
निशिकोरी 2014 में दुनिया के तत्कालीन नंबर एक खिलाड़ी जोकोविच को सेमीफाइनल में हराकर किसी ग्रैंडस्लैम चैंपियनशिप के पुरुष एकल फाइनल में जगह बनाने वाले पहले एशियाई बने थे। लेकिन इसके बाद वह दोबारा कभी ग्रैंडस्लैम फाइनल में जगह नहीं बना पाए। उन्हें 2016 में अमेरिकी ओपन के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था।
क्रोएशिया के सातवें वरीय सिलिच के खिलाफ निशिकोरी की यह नौवीं जीत है जबकि छह मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। निशिकोरी ने मैच के बाद कहा, ‘‘यह काफी कड़ा मुकाबला था, विशेषकर अंत में, मैं 3-2 से आगे था और वह वापसी करने में सफल रहा। मुझे नहीं पता क्यों लेकिन मारिन के खिलाफ मुकाबला हमेशा कड़ा होता है।’’