बेंगलुरु: भारतीय बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष हिमांता विस्वा सरमा ने शनिवार को कहा कि विश्व रैंकिंग में शीर्ष-50 में शामिल सभी भारतीय खिलाड़ियों को राष्ट्रीय क्वार्टर फाइनल्स में सीधे प्रवेश दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, "सभी शीर्ष खिलाड़ियों के लिए इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेना अनिवार्य है। वो खिलाड़ी जो विश्व रैंकिंग में शीर्ष-50 में हैं उन्हें इस चैम्पियनशिप में सीधे क्वार्टर फाइनल में जगह मिलेगी। हालांकि कुल 16 में से अधिकतर आठ खिलाड़ी ही इस सुविधा का फायदा उठा पाएंगे।"
उन्होंने इसी मौके पर युवा प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए स्कॉलरशिप की घोषणा भी की। उन्होंने कहा, "अधिकतर कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी खेल से आर्थिक तंगी के कारण दूर हो जाते हैं। इसलिए ऐसे खिलाड़ियों की सहायता के लिए हम 25,000 से लेकर 50,000 प्रति महीने की स्कॉलरशिप 20 जूनियर खिलाड़ियों को देंगे और इसे भविष्य में 100 तक ले जाएंगे।"
सरमा ने साथ ही कहा कि बीएआई उम्र को लेकर की जाने वाली गड़बड़ियों के प्रति गंभीर है और इस पर जरूरत पड़ने पर कड़ी कार्रवाई भी करेगी।
उन्होंने कहा, "हम 'ओवर-एज' के मुद्दे को सुलझाना चाहते हैं। इसलिए हम इसके लिए सीजन से पहले परिक्षण कराएंगे ताकि किसी को टूर्नामेंट और शिविर के दौरान मानसिक परेशानी न हो। अगर खिलाड़ी ओवर-ऐज पाया जाता है तो हम उसे अगले वर्ग में रखेंगे क्योंकि हमारा मानना है कि इसके लिए माता-पिता दोषी होते हैं न कि खिलाड़ी खुद।"