टोक्यो ओलंपिक में अपेक्षानुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाने वाले भारतीय गोल्फर अनिर्बान लाहिड़ी को उम्मीद है कि यदि वह 2024 के पेरिस ओलंपिक में जगह बनाते हैं तो तीसरी बार भाग्य उनका साथ देगा और वह पदक जीतने में सफल रहेंगे।
लाहिड़ी ने चार अंडर 67 के शानदार प्रदर्शन से टोक्यो ओलंपिक में शुरुआत की थी लेकिन आखिर में उन्हें 42वें स्थान से संतोष करना पड़ा। यह उनका दूसरा ओलंपिक था।
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भारत के दूसरे गोल्फर उदयन माने 60 गोल्फरों में 56वें स्थान पर रहे थे। लाहिड़ी ने कहा, ‘‘बेहद निराशाजनक। पहले दिन के बाद मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया। पहले दौर सहित हर दिन मेरी शुरुआत अच्छी नहीं रही और बीच में भी मैंने कुछ अवसरों पर खराब खेल दिखाया। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ खेल नहीं दिखाया। यह निराशाजनक है क्योंकि आपको यह मौका चार वर्षों में एक बार मिलता है और इस बार तो पांच साल में ऐसा हुआ। उम्मीद है कि तीन साल बाद मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगा। आपको जो भी मौका मिले उसका फायदा उठाना चाहिए। ’’
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अगले ओलंपिक खेल 2024 में पेरिस में होंगे। ओलंपिक में डेब्यू कर रहे माने को पता है कि उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गोल्फरों की बराबरी करने के लिये अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने होंगे।
माने ने कहा, ‘‘मैं अब खेल के प्रति अपना नजरिया बदलने जा रहा हूं और भारत के बाहर भी अधिक से अधिक टूर्नामेंट में खेलूंगा। इससे मेरा खेल बेहतर होगा। मेरे खेल में अभी सुधार की काफी गुंजाइश है। ’’