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Hindi News खेल अन्य खेल पिता के भरोसा की वजह से आज मैं खेलों में देश का प्रतिनिधित्व कर पा रहा हूं - सुहास एल यथिराज

पिता के भरोसा की वजह से आज मैं खेलों में देश का प्रतिनिधित्व कर पा रहा हूं - सुहास एल यथिराज

उन्होंने कहा, ‘‘पैरा ओलंपिक में मेडल लेना एक बड़ी चुनौती है, लेकिन मैं विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान का खिलाड़ी हैं, जिसकी वजह से पदक जीतने को लेकर मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है।’’   

Today I am able to represent the country in sports because of my father's faith - Suhas L. Yathiraj- India TV Hindi Image Source : FACEBOOK/SUHASLY Today I am able to represent the country in sports because of my father's faith - Suhas L. Yathiraj

नोएडा। टोक्यो में होने वाले पैरा ओलंपिक में भारत की तरफ से देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुने गए विश्व के तीसरे नंबर के पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी (एसएल चार वर्ग) एवं गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एल यथिराज ने शनिवार को यहां कहा कि वह देश के लिए पदक जीतने का हर संभव प्रयास करेंगे। सुहास ने कहा कि उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी प्रशासनिक सेवा है। कोविड काल में वह जनपद वासियों की सेवा में हरसंभव तत्पर रहेंगे और इन खेलों के लिए रात के वक्त वह अपना अभ्यास जारी रखेंगे। 

उन्होंने कहा, ‘‘पैरा ओलंपिक में मेडल लेना एक बड़ी चुनौती है, लेकिन मैं विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान का खिलाड़ी हैं, जिसकी वजह से पदक जीतने को लेकर मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है।’’ 

उन्होंने इस दौरान कहा, ‘‘मैं देश के सभी माता पिता से अपील करता हूँ कि वे अपने दिव्यांग बच्चों का समुचित ध्यान रखें। उन्हें खेल-कूद, पढ़ाई या वे जो भी करना चाहते हैं उसमें उनका समर्थन करें। मेरे दिवंगत पिता ने मुझ पर भरोसा किया, जिसके कारण आज मैं खेलों में देश का प्रतिनिधित्व कर पा रहा हूं।’’ 

भारतीय पैरालिंपिक समिति (पीसीआई) दीपा मलिक ने रविवार को यहां सेक्टर 27 स्थित जिला अधिकारी कैंप कार्यालय सुहास एलवाई को पैरालंपिक कोटा हासिल करने पर टी-शर्ट भेंट कर उन्हें बधाई दी। 

उन्होंने कहा, ‘‘देश सुहास एलवाई से स्वर्ण चाहता है। ऐसे उन्हें अब अभ्यास पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।’’ 

इससे पहले खेल की संचालन संस्था बीडब्ल्यूएफ ने शुक्रवार को भारत को द्विपक्षीय कोटा प्रदान किया जिससे सुवास और मनोज सरकार ने पैरालंपिक खेलों के लिये क्वालीफाई कर लिया। इससे बैडमिंटन का सात सदस्यीय दल पैरालंपिक में हिस्सा लेगा।