काफी कुछ साबित करना है आईएसएल की फिसड्डी टीमों को
मुम्बई सिटी, बेंगलुरू एफसी, नार्थईस्ट युनाइटेड एफसी, एफसी गोवा, जमशेदपुर एफसी और एटीके टॉप-4 की जंग में शामिल हैं।
मुम्बई। हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सीजन में टॉप पर बने रहने की होड़ काफी दिलचस्प होती जा रही है। रविवार को मुम्बई सिटी एफसी के हाथों बेंगलुरू एफसी की इस सीजन की पहली हार ने सम्भावनाओं के द्वार खोल दिए हैं और अब छह टीमें ऐसी हैं, जो प्लेऑफ खेलने के लिए जोर लगा सकती है। मुम्बई सिटी, बेंगलुरू एफसी, नार्थईस्ट युनाइटेड एफसी, एफसी गोवा, जमशेदपुर एफसी और एटीके टॉप-4 की जंग में शामिल हैं। तो फिर बाकी की चार टीमों का क्या होगा? बाकी बचे सीजन के लिए इन टीमों का रुख क्या होगा? क्या से हथियार डाल देंगी या फिर अपनी साख और मयार्दा के लिए अपने बाकी के मैच जीतना चाहेंगी?
एफसी पुणे सिटी, केरला ब्लास्टर्स, दिल्ली डायनामोज और मौजूदा चैम्पियन चेन्नइयन एफसी इस सीजन की शुरूआत से ही लय हासिल करने के लिए संघर्ष करती नजर आईं लेकिन ये अच्छे प्रदर्शन के साथ सीजन का समापन करना चाहेंगी।
चेन्नइयन एफसी के कोच जॉन ग्रेगोरी ने कहा, "जब टीम अच्छा नहीं कर रही हो तो मुख्य कोच होने के नाते मुझे इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। यह सीजन गंवाए गए मौकों और मौकों को न भुना पाने का सीजन रहा। मुझे हार की जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए।"
बीते साल चेन्नइयन एफसी ने फाइनल में बेंगलुरू एफसी को हराकर दूसरी बार खिताब जीता था लेकिन इस सीजन में यह बिल्कुल बदली हुई टीम नजर आई। आईएसएल खिताब बचाने की राह में यह टीम अब तक सिर्फ एक जीत हासिल कर सकी है। अपनी पहली जीत के लिए इस टीम को छह मैचों का इंतजार करना पड़ा। अब एक बार फिर यह टीम छह मैचों से जीत नहीं हासिल कर सकी है।
ऐसे में जबकि एएफसी कप करीब है, ग्रेगोरी हर हाल में चाहेंगे कि उनकी टीम जीत की पटरी पर लौटे। चेन्नइयन एफसी ने बीते साल आईएसएल फाइनल जीतकर एएफसी कप में खेलने का हक हासिल किया था।
केरल और दिल्ली की टीमों को भी अब तक सिर्फ एक जीत मिली है जबकि पुणे ने तीन जीत हासिल की। पुणे के खाते में फिसड्डी चारों टीमों में सबसे अधिक 11 अंक हैं। पुणे की टीम हालांकि प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है क्योंकि एफसी गोवा 20 अंकों के साथ चौथे स्थान पर है।
दिल्ली, पुणे, चेन्नई और केरल के लिए प्लेऑफ की दौड़ समाप्त हो चुकी है लेकिन अब ये चारों टीमें अपनी साख के लिए खेलेंगी। इनमें से हर टीम तालिका में सबसे नीचे रहने से बचना चाहेगी और अपने प्रशंसकों को कुछ खुशी जरूर देना चाहेगी।
दिल्ली की टीम को अब तक सिर्फ एक जीत मिली है, हालांकि वह अधिकांश मैचों में हावी रही है। दिल्ली के कोच जोसेप गोम्बोउ ने कहा, "हम शुरूआती कई मैचों में जीत के हकदार थे। जहां तक फुटबाल की बात है तो हमने इस सीजन में अच्छा खेल दिखाया है।"
लम्बा ब्रेक इन टीमों को नए सिरे से शुरूआत करने में मदद करेगा। इनमें से दो टीमों के कोच नए हैं और ऐसे में ये अपनी टीमों को फिर से एकजुट करते हुए अपनी साख बचाने के लिए अंतिम प्रयास करना चाहेंगे।