नई दिल्ली| एशियाई खेलों और कॉमनवेल्थ गेम्स की स्वर्ण पदक विजेता भारतीय महिला निशानेबाज राही सरनोबत का मानना है कि सरकार ने पिछले ओलंपिक खेलों की तुलना में आगामी टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों के लिए भारतीय एथलीटों की मदद करने के लिए काफी प्रयास किए हैं। सरनोबत ने कहा, "सरकार के साथ संवाद बहुत अच्छा रहा। ओलंपिक की तैयारियों के लिए हमें जिस किसी भी चीज की जरूरत है, उन्होंने वे हर चीज हमें मुहैया कराई है। 2012 के लंदन ओलंपिक की तुलना में भारतीय एथलीटों की मदद करने के लिए इस बार सरकार ने काफी प्रयास किए हैं। यह मेरे करियर का दूसरा ओलंपिक होगा।"
उनका का मानना है कि देश में खेलो इंडिया गेम्स के शुरू होने के कारण कई बच्चे खेलों में आने के लिए प्रेरित हुए हैं।
टोक्यो ओलंपिक में 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में भाग लेने जा रहीं राही सरनोबत ने कहा, "मैं इस बात से बेहद खुश हूं कि कुछ कॉलेज और यूनिवर्सिटी अपने छात्रों को खेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं और पढ़ाई के अलावा इस पर भी ध्यान लगा रहे हैं। मैं वास्तव में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटीज गेम्स की सराहना करना चाहूंगी। अब काफी बच्चे खेलों में आने के लिए प्रेरित हुए हैं और वे खेलो इंडिया गेम्स जैसे टूर्नामेंटों में भाग लेते हैं। भारत सरकार ने आगे आने वाले एथलीटों को बेहतर मंच मुहैया कराई है।"
उन्होंने कहा कि भारत में खेल प्रतिभाओं की तलाश करने में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स बहुत बड़ा प्रभाव डालेगा।
29 वर्षीय राही सरनोबत ने कहा, "मुझे लगता है कि भारत में खेल प्रतिभाओं की तलाश करने में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स बहुत बड़ा प्रभाव डालेगा। अगर नई पीढ़ी खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में अच्छा प्रदर्शन करती है तो वे फिर उन्हें यह आइडिया हो जाएगा कि विश्व स्तर पर अगली पीढ़ी किस तरह का प्रदर्शन करेगी। वे अपने लिए और अगली पीढ़ी के लिए एक आधार बना सकते हैं।"