नई दिल्ली| भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने गुरुवार को बताया है कि टोक्यो ओलम्पिक अगले साल तक के लिए स्थगित होने का कारण सभी विदेशी प्रशिक्षकों का कार्यकाल 30 सितंबर 2021 तक के लिए बढ़ा दिया जाएगा। साथ ही साई ने कहा है कि नए विदेशी प्रशिक्षकों का कार्यकाल चार साल का होगा।
साई ने एक बयान में कहा, "कोच को चार साल का कार्यकाल उनके प्रदर्शन और संबंधित महासंघ की सिफारिश के आधार पर दिया जाएगा। अनुबंध चार साल का होगा लेकिन हर साल उसकी समीक्षा की जाएगी और कोच के कुल प्रदर्शन के आधार पर ही उसे विस्तार दिया जाएगा।"
बयान में कहा गया है, "वहीं टोक्यो ओलम्पिक के अगले साल तक स्थगित होने के कारण सभी विदेशी प्रशिक्षकों का कार्यकाल 30 सितंबर 2021 तक के लिए बढ़ा दिया जाएगा।" अधिकतर विदेशी प्रशिक्षकों का कार्यकाल 31 अगस्त 2020 तक का था।
खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा, "कोच खेल की रीढ़ की हड्डी हैं और हमारे खिलाडियों के लिए सही कोचिंग की व्यवस्था करना हमारे अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में अच्छे प्रदर्शन की संभावनाओं को बढ़ाता है, जिसमें ओलम्पिक भी शामिल है।"
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साई ने कहा है कि नए प्रशिक्षकों का कार्यकाल अब चार साल का होगा। भारतीय ओलम्पिक महासंघ (आईओए) के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने साई के इस फैसले का स्वागत किया है और कहा है, "खेल मंत्री के साथ हुई हालिया बैठक में कई एनएसएफ ने यह मुद्दा उठाया था और विदेशी प्रशिक्षकों के लिए लंबे करार की बात कही थी।"
उन्होंने कहा, "यह फैसला खिलाड़ियों की काफी मदद करेगा, खासकर इस समय में जब वह एक मजबूरी के ब्रेक में हैं। मौजूदा कोच उन्हें जानते हैं और उनकी मदद कर सकते हैं।"