फीफा विश्व कप 2018: फोर्सबर्ग के गोल से स्वीडन क्वार्टर फाइनल में
स्वीडन ने 1994 के बाद पहली बार विश्व कप के अंतिम-8 चरण के लिए क्वालीफाई किया है।
सेंट पीटर्सबर्ग: स्वीडन ने मंगलवार को सेंट पीटर्सबर्ग स्टेडियम में खेले गए अंतिम-16 के मैच में स्विट्जरलैंड को 1-0 से मात देकर फीफा विश्व कप के 21वें सीजन के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली। स्वीडन ने 1994 के बाद पहली बार विश्व कप के अंतिम-8 चरण के लिए क्वालीफाई किया है। इस हार के साथ ही स्विट्जरलैंड का 64 साल बाद क्वार्टर फाइनल में जाने का सपना टूट गया। उसने 1954 में अपनी मेजबानी में हुए विश्वकप में क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी।
दोनों टीमें इस मैच में इतिहास रचने के इरादे से उतरी थीं। इसलिए मैच के रोमांचक होने की पूरी उम्मीद थी। हुआ भी ऐसा ही। पहले मिनट से गोल करने की आतुरता दोनों टीमों में दिखी। पहले ही मिनट में स्वीडन के डिफेंस ने गलती की और स्विट्जरलैंड के शकीरी को गेंद मिली। हालांकि यह दिग्गज गेंद को बाहर मार बैठा।
दोनों टीमों ने लगातार मौके बनाए। स्वीडन के मार्कस बेर्ग आठवें मिनट में वन टू वन चांस पर गोल करने से चूक गए। 24वें मिनट में भी मार्कस ने मौका बनाया था जिसे उनका अटैक गोल में तब्दील नहीं कर पाया।
पहले हाफ के आखिरी के 12 मिनट में दोनों टीमों ने कुल मिलाकर चार मौके बनाए। 34वें मिनट में स्विट्जरलैंड के ग्रीनिटी शाका गेंद को गोल के टॉप कॉर्नर में डालने के कोशिश में उसे बाहर खेल बैठे। चार मिनट बाद स्विट्जरलैंड को दूसरा कॉर्नर मिला और जुबेर ने गेंद बेलमिर जेमाली के पास पहुंचाई जो गेंद को बार के ऊपर मार बैठे।
स्वीडन के पास 42वें मिनट में मौका आया जब बॉक्स के दाएं कोने से क्रास एकडाल के पास आया जो उसे गोल के सामने से सही से कनेक्ट नहीं कर पाए और गेंद बार के ऊपर से बाहर चली गई।
दूसरे हाफ में भी दोनों टीमों ने मौका बनाने चालू रखे। शकीरी के पास 50वें और 54वें मिनट में दो मौके आए, वो दोनों मौकों पर चूक गए।
किस्मत ने हालांकि स्वीडन का साथ दिया और 66वें मिनट में उसके हिस्से गोल आया। ओला टोइवोनेन ने बाएं छोर से बॉक्स के बाहर से फोर्सबर्ग के गेंद दी। फोर्सबर्ग ने मौका जाया नहीं किया और झन्नाटेदार शॉट लगाया। गेंद गोलकीपर की तरफ जा रही थी तभी स्विट्जरलैंड के सोमर के पैर से गेंद टकरा कर गोलपोस्ट में चली गई और स्वीडन की टीम 1-0 से आगे हो गई।
यहां से स्विट्जरलैंड परेशान हो गई थी और गोल करने की जल्दबाजी में थी। उसके खिलाड़ी गुस्से में थे और इसी कारण शाका को 71वें मिनट में येलो कार्ड दिया गया। तमाम प्रयासों के बाद भी स्विट्जरलैंड की टीम कोई बड़ा मौका नहीं बना पा रही थी। उसके द्वारा बनाए गए मौके निशाने से दूर रहते या फिर स्वीडन का डिफेंस उसके खिलाड़ियों को करीब जाने से पहले ही रोक देता।
इसी बीच इंजुरी टाइम में स्विट्जरलैंड के लैंग ने स्वीडन के ओल्सन को गिरा दिया और रेफरी ने पेनाल्टी दी। स्विट्जरलैंड ने इस पर वीएआर का उपयोग किया जिससे पता चला कि ओल्सन बॉक्स के बाहर गिरे थे और स्वीडन के हिस्से से पेनाल्टी चली गई।