नई दिल्ली। एशियाई खेलों के पूर्व रजत पदक विजेता सुमित सांगवान के पाजीटिव डोप परीक्षण से राष्ट्रीय कोच सीए कटप्पा सहित भारतीय मुक्केबाजी जगत स्तब्ध है। अक्टूबर में 26 साल के सांगवान 91 किग्रा वर्ग में राष्ट्रीय चैंपियन बने और वह अपने पसंदीदा 81 किग्रा वर्ग में वापसी की तैयारी कर रहे थे जब यह खबर आई कि वह ड्यूरेटिक एसेटाजोलामाइड के लिए पाजीटिव पाए गए हैं।
नेपाल में हाल में संपन्न दक्षिण एशियाई खेलों से लौटे कटप्पा ने पीटीआई से कहा, ‘‘उसने हाल में राष्ट्रीय खिताब जीता, 81 किग्रा में आने के लिए वह सही राह पर था, अब यह हो गया। मैं स्तब्ध हूं, उसका रिकार्ड पाक साफ रहा है और मैं मानता हूं कि यह गलती से हुआ है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह काफी दुर्भाग्यशाली है। 2017 में एशियाई चैंपियनशिप का रजत पदक जीतने के बाद वह चोटिल हो गया जिसके लिए सर्जरी की जरूरत पड़ी। वह एक बार फिर लय में आया और मुझे बताया गया कि एक गलती के कारण अब यह हो गया।’’
भारतीय मुक्केबाजी के हाई परफोर्मेंस निदेशक सेंटियागो नीवा ने खुलासा किया है कि सांगवान पटियाला में राष्ट्रीय शिविर छोड़ चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इस मुद्दे से निपटने के लिए उसने छुट्टी ली है। यह स्तब्ध करने वाला है।’’ लंदन ओलंपिक 2012 में हिस्सा लेने वाले सांगवान की प्रतिकूल रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद से उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है और भारतीय मुक्केबाजी महांसघ के अधिकारी ने कहा कि इस मुक्केबाज से प्रतिक्रिया नहीं मिली है कि वह ‘बी’ नमूने का परीक्षण कराना चाहते हैं या नहीं।
अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें उसकी प्रतिक्रिया का इंतजार है। वह संपर्क नहीं कर रहा है इसलिए हमें नहीं पता कि उसका अगला कदम क्या होगा।’’ पिछले एक हफ्ते में भारतीय मुक्केबाजी को डोपिंग का यह दूसरा झटका लगा है। इससे पहले अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता महिला मुक्केबाज नीरज फोगाट को एनाबोलिक स्टेरायड के लिए पाजीटिव पाया गया था।
चौबीस साल की नीरज 2020 तोक्यो ओलंपिक के कोर संभावित खिलाड़ियों में शामिल थी और उन्हें टारगेट ओलंपिक पोडियम योजना में जगह मिली थी। डोप परीक्षण में विफल रहने के बाद उन्हें इस सूची से हटा दिया गया था। कटप्पा ने कहा, ‘‘भारतीय मुक्केबाजी में एलीट मुक्केबाजों का डोप परीक्षण में विफल रहना बेहद असमान्य है। हम इससे स्तब्ध हैं।’’