राष्ट्रीय राजधानी में प्रतिष्ठित छत्रसाल स्टेडियम में गतिविधियां फिर से शुरू हो गया है, लेकिन पहलवानों को प्रशिक्षण के फिर से शुरू करने के लिए सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार कॉम्प्लेक्स में कोई भी संपर्क प्रशिक्षण करने की फिलहाल मनाही है। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि कोरोनोवायरस महामारी के कारण भविष्य में कोई प्रतियोगिता नहीं है, इसलिए पहलवान और उनके कोच खुद भी व्यक्तिगत प्रशिक्षण को लेकर चिंतित नहीं हैं।
युनाइटेड वल्र्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) के अनुसार, यूडब्ल्यूडब्ल्यू के संशोधित कलैंडर को इस महीने की शुरुआत में जारी किया गया था और उस कलैंडर के अनुसार, रेसलिंग वल्र्ड चैंपियनशिप का आयोजन इस साल दिसंबर में सर्बिया के बेलग्रेड में आयोजित की जा सकती है।
दो बार के ओलंपिक पदक विजेता और 2010 के विश्व चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता सुशील कुमार ने कहा है कि अभी वह व्यक्तिगत रूप से टूर्नामेंट में भाग लेंगे या नहीं, इस पर कोई निर्णय नहीं ले सकते।
सुशील ने आईएएनएस से कहा, "अभी यह कहना मुश्किल है। देश और दुनिया की हालत एक जैसी ही है। अभी मुख्य प्राथमिकता कोविड-19 से सुरक्षित रहना है। बाद में देखेंगे कि क्या होता है।"
37 वर्षीय पहलवान उन पहलवानों में से एक हैं, जिन्होंने छत्रसाल स्टेडियम में प्रशिक्षण शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, "केंद्र और दिल्ली सरकार के निर्देशों के अनुसार छत्रसाल स्टेडियम में प्रशिक्षण शुरू कर दिया है। कुछ दिनों के लिए मैं अलग ही प्रशिक्षण करूंगा।"
टोक्यो ओलंपिक का टिकट कटा चुके युवा पहलवान दीपक पुनिया, रवि दहिया और कॉमनवेल्थ गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता सुमित मलिक सहित कई पहलवानों ने राष्ट्रीय राजधानी के छत्रसाल स्टेडियम में अपनी ट्रेनिंग शुरू कर दी है।
उनके कोच और दिग्गज पहलवान सतपाल सिंह ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें दोनों पहलवान सहित करीब 30 पहलवान ट्रेनिंग पर लौट आए हैं।
सुशील ने कहा, "संपर्क प्रशिक्षण अब तक शुरू नहीं किया है। अभी के लिए केवल व्यक्तिगत प्रशिक्षण है और उम्मीद है कि भविष्य में संपर्क प्रशिक्षण शुरू होगा।"