नई दिल्ली। किडनी की समस्या से जूझ रहे भारत के जूनियर फुटबाल खिलाड़ी मणिपुर के रहने वाले रामानंद निंगथाउजम की मदद के लिए खेल मंत्रालय ने मदद का हाथ बढ़ा उन्हें पांच लाख रुपये की मदद देने का फैसला किया है। रिक्शा चालक का यह बेटा कई अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुका है और इस समय मणिपुर के शिजा अस्पताल में है। किडनी के अलावा वह आंखों की परेशानी से भी जूझ रहे हैं। उनका परिवार इलाज कराने में असमर्थ है और इसी को देखते हुए खेल मंत्री किरण रिजिजू ने मदद के हाथ आगे बढ़ाए हैं।
खेल मंत्री ने पंडित दिनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय वेलफेयर फंड में से उनकी मदद करने का फैसला किया है। यह फंड खिलाड़ियों के लिए ही बनाया गया है।
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मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी बयान में रिजिजू ने कहा, "सरकार के लिए अपने खिलाड़ियों की खुशहाली प्राथमिकता है। रामानंद ने कई मौकों पर भारत का प्रतिनिधत्व किया है और भारतीय खेल में अपना योगदान दिया है। मैदान के बाहर और अंदर दोनों जगह सर्वश्रेष्ठ सुविधा देना इसलिए जरूरी है, क्योंकि खिलाड़ी न सिर्फ इस राष्ट्र की संपत्ति हैं, बल्कि वह राष्ट्र के आइकन भी हैं।"
रामानंद ने अंडर-17 एशियाई फुटबाल चैम्पियनशिप में भारत का प्रतिनिधत्व किया था। इसके अलावा वह अंडर-12, अंडर-13 नेशनल सब जूनियर चैम्पियनशिप-2013 और अंडर-15 राष्ट्रीय चैम्पियनशिप 2015 में भी खेल चुके हैं।