नई दिल्ली। खेल मंत्रालय ने गुरूवार को 11 एनएसएफ और राष्ट्रीय खेल महासंघों से वीडियो कांफ्रेंस के जरिये बात की और तोक्यो ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए उनसे भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की। मंत्रालय कोविड-19 महामारी के चलते लगे देशव्यापी लॉकडाउन के बीच विभिन्न राष्ट्रीय खेल महासंघों से वीडियो कांफ्रेंस के जरिये बैठकें कर रहा है। मंत्रालय पहले ही हॉकी इंडिया, भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ और भारतीय कुश्ती महासंघ सहित कई एनएसएफ से वीडियो कांफ्रेंस के जरिये बात कर चुका है।
मंत्रालय के एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ‘‘ये मंत्रालय और एनएसएफ के बीच रोजमर्रा की बैठकें हैं जो अब इस महामारी के चलते वीडियो कांफ्रेंस के जरिये की जा रही हैं। हम पहले ही पिछले हफ्ते कुछ महासंघों के साथ बैठकों का पहला सिलसिला शुरू कर चुके हैं और आज यही जारी रहा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम अन्य महासंघों के साथ भी इस तरह की बैठकें जारी रखेंगे।’’
गुरूवार की बैठक के दौरान खेल सचिव राधे श्याम जुलानिया ने हैंडबॉल, बास्केटबॉल, वालीबॉल, वुशु, टेनिस, स्क्वाश, स्पेशल ओलंपिक भारत, नौकायन, कयाकिंग एवं कैनोइंग, कबड्डी और अखिल भारतीय विश्वविद्यालय के महासंघों के दो प्रतिनिधियों से बातचीत की।
एनएसएफ के एक प्रतिनिधि ने कहा कि मंत्रालय ने भविष्य की योजनाओं की जानकारी ली जिसमें 2024 और 2028 ओलंपिक भी शामिल है।
एनएसएफ के अधिकारी ने कहा, ‘‘यह नियमित होने वाली बैठक थी, जिसमें हमने चर्चा की कि चीजें सामान्य होने के बाद कैसे शुरू की जायेगी। मंत्रालय यह जानना चाहता था कि अब ओलंपिक 2021 तक स्थगित हो गये हैं तो हम भविष्य के लिये किस तरह की योजना बना रहे हैं। हर एनएसएफ से पूछा गया कि उनकी अगले एशियाई खेलों से क्या उम्मीदें हैं तथा 2024 और 2028 ओलंपिक के लक्ष्य के बारे में भी चर्चा हुई। ’’