नई दिल्ली। भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) अपने विभिन्न राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों में ओलंपियन और पैरालंपियन खिलाड़ियों को कोच और सहायक कोच के तौर पर नियुक्त करने को तैयार है। साइ ने यह कदम उनके योगदान को मान्यता देने के तहत उठाया है जिसके लिये प्रक्रिया शुरू हो चुकी है जिसमें 23 सहायक कोच और चार कोचों के लिये पद बनाये गये हैं।
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साइ द्वारा जारी बयान के अनुसार ओलंपियन और पैरालंपियन सहायक कोच के तौर पर आवेदन करने योग्य हैं और पदक विजेता सीधे कोच पदों के लिये आवेदन कर सकते हैं जो ग्रुप ए पद के अंतर्गत आते हैं।
बयान के अनुसार जो एथलीट अब भी सक्रिय हैं और अपना खेल करियर जारी रखना चाहते हैं तो कोच पद पर नियुक्त हुए ओलंपियन और पैरालंपियनों को अपनी ट्रेनिंग तब तक जारी रखने की अनुमति दी जायेगी जब तक वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इच्छा के अनुरूप प्रदर्शन बरकरार रखते हैं।
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खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा, ‘‘खेल मंत्रालय और साइ का हमारे खेल नायकों की उपलब्धियों को मान्यता देने का निरंतर प्रयास रहा है और साथ ही यह सुनिश्चित करने का भी कि वे सम्मान और आराम की जिंदगी गुजार सकें।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘ओलंपियन और पैरालंपियन को रोजगार देने का सरकार का फैसला उनकी देश के प्रति सेवा की सराहना करने और साथ ही खेलों से कोचिंग के लिये सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को आकर्षित करने का भी तरीका है। कोच खेलों के लिये काफी अहम हैं और हमें कोच के तौर पर सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को नियुक्त करने की जरूरत है।’’