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विश्व महिला मुक्केबाजी: फाइनल में सोनिया चाहल, सिमरनजीत कौर को मिला ब्रॉन्ज

भारत की सोनिया चहल ने शुक्रवार को विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के 57 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में जगह बनाई।

<p>सोनिया चाहल</p>- India TV Hindi Image Source : @BFI_OFFICIAL/TWITTER सोनिया चाहल

नई दिल्ली: भारत की सोनिया चहल ने शुक्रवार को विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के 57 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में जगह बनाई। वहीं भारत की एक और मुक्केबाज सिमरनजीत कौर को 64 किलोग्राम भारवर्ग के सेमीफाइनल में हारकर ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा है। सोनिया चैम्पिनयशिप के इस 10वें सीजन के फाइनल में पहुंचने वाली भारत की दूसरी मुक्केबाज हैं। उनसे पहले गुरुवार को दिग्गज मुक्केबाज मैरीकॉम ने 48 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में जगह बनाई थी। भारत की कुल चार मुक्केबाजों ने सेमीफाइनल में जगह बनाई थी जिनमें से मैरी कॉम और सोनिया ने फाइनल में एंट्री की तो वहीं लवलिना बोरगोहेन और सिमरनजीत कांस्य ही जीत पाईं। 

सोनिया ने सेमीफाइनल मुकाबले में एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता उत्तर कोरिया की सोन ह्वा जो को 5-0 से मात दी। पांच निर्णायकों ने सोनिया के पक्ष में 30-27, 30-27, 30-27, 29-28, 30-27 से फैसला दिया। 

मैच जीतने के बाद सोनिया ने कहा, "मैं अच्छा प्रदर्शन कर रही हूं। मुझे खुद विश्वास नहीं हो रहा कि मैं फाइनल में पहुंच गई हूं। सोचा नहीं था कि इस मुकाम तक पहुंच पाऊंगी। खुश हूं कि छोटी सी उम्र में मैंने अपने आप को साबित किया। फाइनल में पूरी जान लगा दूंगी।"

उन्होंने कहा, "मेरे लिए यह मुकाबला काफी मुश्किल था क्योंकि जिनको मैंने हराया है, उन्होंने हाल ही में एशिया कप में रजत पदक अपने नाम किया था। वह काफी तेज थीं। मैंने अपना खेल खेला। प्रशिक्षकों ने कहा था कि तीसरे राउंड में थोड़ा आक्रामक होकर खेलना होगा, इसलिए मैंने वैसा ही किया।"

फाइनल को लेकर सोनिया ने कहा, "फाइनल को लेकर मैं आत्मविश्वास से भरी हूं। टूर्नामेंट हमारे घर में हो रहा है। इसलिए मुझे पूरा भरोसा है कि मैं स्वर्ण पदक लेकर ही जाऊंगी।"

अगले दौर में सोनिया का सामना जर्मनी की गेब्रिऐले वाहनेर से होगा। जर्मनी की खिलाड़ी ने अन्य सेमीफाइनल में नीदरलैंड की जेमयमा बेट्रेन को 5-0 से मात देकर सोनिया से भिड़ंत तय की। 

सिमरनजीत से भी उम्मीद थी कि वह भी फाइनल का रास्ता तय करेंगी लेकिन चीन की डोउ डैन ने उन्हें 4-1 से मात देकर कांस्य पदक तक ही रोक दिया। चीन की खिलाड़ी को पंच जजों ने 30-27, 27-30, 30-27, 30-27, 29-28 अंक दिए। 

सिमरनजीत ने मैच के बाद कहा, "पहले राउंड में मैंने धीमा खेला, लेकिन दूसरे राउंड में मैंने शानदार वापसी की। तीसरे राउंड में मैंने पूरी तरह से आक्रमण किया। मैं पहली बार विश्व चैम्मिपयनशिप में हिस्सा ले रही थी। मैं कांस्य पदक जीतकर खुश हूं।"