न्यूयार्क: बायें पैर में चोट के कारण 11 महीने बाहर रहने के बाद जुलाई में वापसी करने वाली स्लोएन स्टीफंस ने यहां अमेरिकी ओपन टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में साथी अमेरिकी खिलाड़ी मेडिसन कीज को 6-3, 6-0 हराकर अपना पहला महिला एकल ग्रैंडस्लैम खिताब जीता। स्टीफंस ने अपने करियर की सबसे बड़ी जीत दर्ज करते हुए 37 लाख डालर की इनामी राशि अपने नाम की। न्यूयार्क के हार्ड कोर्ट पर हो रहे इस टूर्नामेंट के फाइनल में 2002 के बाद पहली बार फाइनल में दो अमेरिकी खिलाड़ी आमने सामने थी। (शास्त्री ने रख दी BCCI के सामने ये मांग, टीम इंडिया के व्यस्त कार्यक्रम से परेशान)
स्टीफंस ने अपनी करीबी मित्रों में से एक को हराने के बाद कहा, मुझे अब संन्यास ले लेना चाहिए। मैं कभी इससे बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पांगी। पिछले छह हफ्ते शानदार रहे। पिछले 17 मैचों में 15 जीत के साथ स्टीफंस महिला ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाली सिर्फ पांचवीं गैरवरीय खिलाड़ी बनी। लातविया की येलेना ओस्तापेंको ने इस साल फ्रेंच ओपन में यह उपलब्धि हासिल की थी। इससे पहले अमेरिकी ओपन का खिताब जीतने वाली एकमात्र महिला गैरवरीय खिलाड़ी किम क्लाइस्टर्स थी जिन्होंने 2009 में संन्यास से वापसी करते हुए खिताब जीता था। क्रिस एवर्ट के 1976 में इवोन गूलागोंग को 6-3, 6-0 से हराने के बाद यह पहला मौका है जब अमेरिकी ओपन के महिला खिताबी मुकाबले में अंतिम सेट में हारने वाली खिलाड़ी कोई गेम नहीं जीत सकी।
स्टीफंस ने मैच के दौरान सिर्फ छह सहज गलतियां की जबकि कीज ने 30 सहज गलतियां की। कीज ने हालांकि 18 विनर लगाए जबकि स्टीफंस 10 बार ही ऐसा कर सकी। कीज ने मैच के बाद कहा, मैंने आज अपना सर्वश्रेष्ठ टेनिस नहीं खेला और मैं इससे निराश हूं लेकिन स्लोएन ने काफी समर्थन किया और अगर आज मुझे किसी के हाथों हारना ही था तो मुझो खुशी है कि वह वो है। स्लोएन मेरे सबसे पसंदीदा लोगों में से एक है।