सिंधू, श्रीकांत और कश्यप इंडिया ओपन के सेमीफाइनल में, प्रणय हारे
ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधू ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए शुक्रवार को यहां कड़े मुकाबले में जीत के साथ योनेक्स सनराइज इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के महिला एकल सेमीफाइनल में जगह बनाई।
नई दिल्ली। ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधू ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए शुक्रवार को यहां कड़े मुकाबले में जीत के साथ योनेक्स सनराइज इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के महिला एकल सेमीफाइनल में जगह बनाई। पुरुष एकल के तीसरे वरीय किदांबी श्रीकांत और पारूपल्ली कश्यप अंतिम आठ में पहुंचे लेकिन एचएच प्रणय को हार का सामना करना पड़ा। दूसरी वरीय और दुनिया की छठे नंबर की खिलाड़ी सिंधू ने क्वार्टर फाइनल में 44 मिनट में डेनमार्क की दुनिया की 22वें नंबर की खिलाड़ी आठ आठवीं वरीय मिया ब्लिकफेल्ट को 21-19 22-20 से हराया।
फाइनल में जगह बनाने के लिए सिंधू की भिड़ंत तीसरी वरीय चीन की ही बिंग जियाओ से होगी। दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी बिंगजाओ ने चीनी मूल छठी वरीय अमेरिकी खिलाड़ी और गत चैंपियन बेइवेन झेंग को कड़े मुकाबले में 21-18 26-24 से शिकस्त दी।
सिंधू और ब्लिकफेल्ट के बीच शुरुआत से ही कड़ा मुकाबला देखने को मिला। दोनों ने पहले गेम में प्रत्येक अंक के लिए संघर्ष किया। 14-14 तक कोई खिलाड़ी दो से अधिक अंक की बढ़त नहीं बना पाई। ब्रेक के समय सिंधू 11-10 से आगे थी।
सिंधू ने 14-14 के स्कोर पर लगातार तीन अंक के साथ 17-14 की बढ़त बनाई। भारतीय खिलाड़ी ने 16 -19 के स्कोर पर डेनमार्क की खिलाड़ी के बाहर शाट मारने पर चार गेम प्वाइंट हासिल किए। ब्लिकफेल्ट ने तीन गेम प्वाइंट बचाए लेकिन सिंधू ने शानदार ड्राप शाट के साथ पहला गेम 21-19 से जीत लिया।
दूसरे गेम में सिंधू ने बेहतर शुरुआत करते हुए 7-3 की बढ़त बनाई। वह ब्रेक तक 11-8 से आगे थी। सिंधू ने इस बढ़त को 16-11 तक पहुंचाया लेकिन डेनमार्क की खिलाड़ी वापसी करते हुए स्कोर 20-20 करने में सफल रही लेकिन सिंधू ने लगातार दो अंक के साथ गेम और मैच जीत लिया।
पुरुष एकल में दुनिया के सातवें नंबर के खिलाड़ी श्रीकांत ने पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए जीत दर्ज की जबकि कश्यप ने लगभग चार साल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
दुनिया के सातवें नंबर के खिलाड़ी श्रीकांत ने बेहतरीन फार्म में चल रहे हमवतन बी साई प्रणीत को एक घंटा और दो मिनट में 21-23 21-11 21-19 से हराया।
दुनिया के 55वें नंबर के खिलाड़ी कश्यप को हालांकि चीनी ताइपे के वैंग जू वेई पर सीधे गेम में 21-16 21-11 की जीत के दौरान अधिक पसीना नहीं बहाना पड़ा।
कश्यप ने 2015 में इंडोनेशिया ओपन के बाद सुपर सीरीज स्तर के किसी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाई है।
सेमीफाइनल में श्रीकांत का सामना चीन के हुआंग युशियांग से होगा जिन्होंने एक अन्य क्वार्टर फाइनल में थाईलैंड के सातवें वरीय खोसित फेतप्रदाब को 21-16 21-15 से हराया। कश्यप सेमीफाइनल में दुनिया के पूर्व नंबर एक और पूर्व विश्व चैंपियन विक्टर एक्सेलसन से भिड़ेंगे जिन्होंने भारत के एचएस प्रणय को आसानी से 21-10 21-16 से हराया।
तीसरे वरीय श्रीकांत ने मैच के दौरान काफी गलतियां भी की जिसका खामियाजा उन्हें पहले गेम में भुगतना पड़ा। श्रीकांत की धीमी शुरुआत का फायदा उठाते हुए प्रणीत ने पहले गेम में 11-9 की बढ़त बनाई जिसे उन्होंने जल्दी ही 17-14 और फिर 19-16 किया। श्रीकांत ने बाहर शाट मारकर 20-16 के स्कोर पर प्रणीत चार गेम प्वाइंट दे दिए। श्रीकांत ने हालांकि चारों गेम प्वाइंट बचाकर स्कोर 20-20 कर दिया। वह हालांकि 21-21 के स्कोर पर लगातार दो शाट बाहर मारकर पहला गेम 23-21 से प्रणीत की झोली में डाल बैठे।
दूसरे गेम में भी प्रणीत ने अच्छी शुरुआत करते हुए 7-1 बढ़त बनाई लेकिन श्रीकांत लगातार सात अंक के साथ 8-7 से आगे हो गए और फिर अगले 17 में से 13 अंक जीतकर उन्होंने स्कोर 1-1 कर दिया।
तीसरे और निर्णायक गेम में श्रीकांत शुरू में पिछड़ते रहे। प्रणीत ब्रेक तक 11-8 से आगे थे लेकिन श्रीकांत ने 11-13 के स्कोर पर लगातार चार अंक के साथ 15-13 की बढ़त बनाई और फिर इस अंतर को अंत तक बरकरार रखते हुए 21-19 से गेम और साथ ही मैच अपने नाम किया।
श्रीकांत ने मैच के बाद प्रणीत की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘यह काफी करीबी मुकाबला रहा और इसे कोई भी जीत सकता था। वह काफी अच्छा खेला लेकिन मैं कुछ महत्वपूर्ण अंक हासिल करके जीत दर्ज करने में सफल रहा।’’
कश्यप ने मैच के बाद कहा, ‘‘मेरे लिए यह मैच उतना मुश्किल नहीं रहा। वह अच्छा खिलाड़ी है लेकिन मुझे आक्रामक होकर खेलने का फायदा मिला। मैंने लंबे समय बाद किसी बड़े टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाई है लेकिन मैं इसे एक अन्य मैच की तरह ही देख रहा हूं।’’