विश्व युवा मुक्केबाजी में सात और भारतीय मुक्केबाज पहुंचे सेमीफाइनल में
अंतिम आठ में हार का सामना करने वाले भारतीयों में मनीष (75 किग्रा) और सुमित (69 किग्रा) शामिल है।
नई दिल्ली| बेबीरोजिसना चानू ने यूरोपीय चैंपियन एलेक्सा कुबिका को पोलैंड के कीलस में पुरुष एवं महिला विश्व युवा मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में शिकस्त दी और इस तरह से कुल सात भारतीय मुक्केबाज सेमीफाइनल में पहुंचने में सफल रहे। बेबीरोजिसाना (51 किग्रा) के अलावा अरुंधति चौधरी (69 किग्रा), सनामचा चानू (75 किग्रा), अंकित नरवाल (64 किग्रा), विशाल गुप्ता (91 किग्रा), बिश्वामित्र चोंगथम (49 किग्रा) और सचिन (56 किग्रा) ने प्रतियोगिता के सातवें दिन अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले को जीत कर कम से कम कांस्य पदक पक्का कर लिया।
सात और पदक के साथ भारतीय मुक्केबाजों ने प्रतियोगिता में कुल 11 पदक पक्के कर लिये। इससे पहले चैम्पियनशिप के छठे दिन विनका, अलफिया, गीतिका और पूनम ने सेमीफाइनल का टिकट कटाया था। एशियाई युवा चैम्पियन बेबीरोजिसना ने 51 किग्रा में दो मजबूत प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले में पोलैंड की कुबिका को कोई अंक हासिल करने का मौका नहीं दिया। मणिपुर की इस मुक्केबाज ने 5-0 के साथ जीत दर्ज की।
सेमीफाइनल में उनका सामना इटली की लुसिया अयारी से होगा। अरूंधति और सनामचा ने भी क्वार्टर फाइनल में दमदार प्रदर्शन किये। अरुंधति ने यूक्रेन की अन्ना सेजको को 5-0 से हराया, तो वहीं रूस की मार्गरिटा जुएवा के खिलाफ सनामचा के प्रभावशाली प्रदर्शन के कारण रेफरी को दूसरे दौर में ही मुकाबले को रोकना पड़ा। पुरूषों के वर्ग में एशियाई जूनियर चैम्पियन बिश्वामित्र और एशियाई युवा चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता नरवाल क्वार्टर फाइनल के अपने-अपने मुकाबले 5-0 से जीते।
अंतिम आठ में हार का सामना करने वाले भारतीयों में मनीष (75 किग्रा) और सुमित (69 किग्रा) शामिल है। सेमीफाइनल में सात महिलाओं के पहुंचने से भारत तालिका में रूस के साथ शीर्ष पर है। पुरुषों की तालिका में अंतिम-चार में चार मुक्केबाजों के साथ भारत चौथे स्थान पर है।