मेलबर्न: भारतीय टेनिस खिलाड़ी प्रजनेश गुणेश्वरन शुक्रवार को ऑस्ट्रेलियाई ओपन के पुरूष एकल के मुख्य दौर में पहुंचकर पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम के मुख्य दौर में जगह बनाने में सफल रहे। चेन्नई के 29 साल के इस खिलाड़ी ने तीसरे और अंतिम क्वालीफाइंग मैच में जापान के योसुके वतानुकि से पहला सेट गंवाने के बाद वापसी करते हुए 6-7, 6-4, 6-4 से जीत दर्ज की।
प्रजनेश पिछले पांच साल में किसी ग्रैंडस्लैम के एकल मुख्य वर्ग में क्वालीफाई करने वाले सोमदेव देववर्मन और युकी भांबरी के बाद तीसरे भारतीय खिलाड़ी हैं। युकी ने 2018 में घुटने की चोट से पूर्व चारों ग्रैंडस्लैम में हिस्सा लिया था जबकि सोमदेव 2013 में अमेरिकी ओपन में आखिरी बार ग्रैंडस्लैम के मुख्य दौर में खेले थे।
इस जीत के बाद प्रजनेश ने कहा, ‘‘मेरे लिये यह काफी बड़ी सफलता है। पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम में खेलूंगा। मैंने हमेशा यह सपना देखा था। मैं काफी खुश हूं और इसे जाहिर करने के लिए शब्द नहीं है लेकिन यह निश्चित तौर पर काफी बड़ी बात है।’’
क्वालीफाइंग में तीन मुकाबले जीतने के लिए प्रजनेश 40,000 ऑस्ट्रेलियाई डालर (लगभग 20 लाख रुपये) और ऑस्ट्रेलियाई ओपन का मुख्य वर्ग का पहले दौर का मुकाबला खेलने के लिए लगभग 75,000 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (लगभग 38 लाख रुपये) की पुरस्कार राशि के हकदार होंगे जिससे 2019 के उनके सत्र का ज्यादातर खर्च निकल जाएगा।
प्रजनेश पहले दौर में विश्व रैंकिंग में 39वें स्थान पर काबिज अमेरिका के फ्रांसेस तियाफोई के खिलाफ खेलेंगे और अगर वह इस मुकाबले को जीतते हैं तो दूसरे दौर में उनका सामना विम्बलडन के उपविजेता और पांचवीं वरीयता प्राप्त दक्षिण अफ्रीका के केविन एंडरसन से हो सकता है।