न्यूयार्क: भारत की सानिया मिर्जा और स्विट़्जरलैंड की मार्टिना हिंगिस रविवार को साल के अंतिम ग्रैंड स्लैम अमेरिकी ओपन के महिला युगल फाइनल में आस्ट्रेलिया की सेसा डेलेक्वा और कजाकिस्तान की यारोस्लावा शवेदोवा की जोड़ी से भिड़ेंगी। 'इंडो-स्विस' जोड़ी ने दमदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में कदम रखा है। इससे पहले उन्होंने इसी साल विंबलडन का महिला युगल खिताब अपने नाम किया था।
हिगिस ने इससे पहले भारत के टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस के साथ टूर्नामेंट का मिश्रित युगल खिताब भी जीता। अब हिगिस दोहरे खिताब के लिए प्रयास करेंगी।
टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में अगर सानिया और हिगिस की जोड़ी की जीत होती है तो यह भारत की दोहरी जीत होगी और सानिया अपने करियर का पांचवां ग्रैंड स्लैम खिताब जीतेंगी।
अमेरिकी ओपन के महिला युगल वर्ग के पहले दौर में सानिया-हिगिस की जोड़ी ने अमेरिका की कैटलिन क्रिस्टिन और सबरिना सेंटामारिया को 6-1, 6-2 से मात दी।
पहले दौर की जीत के साथ 'इंडो-स्विस' जोड़ी ने दूसरे दौर के मुकाबले में स्विट्जरलैंड की तिमिया बेक्सिंज्की और चीनी ताईपे की सिया जंग चुआंग की जोड़ी को 6-1, 6-1 से सीधे सटों से मात देते हुए प्री-क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।
महिला युगल वर्ग के प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में सानिया और हिगिस ने 6-3, 6-0 से नीदरलैंड्स की मिशेल क्राइचेक और चेक गणराज्य की बारबोरा स्ट्राइकोवा को मात देकर क्वार्टर फाइनल की तरफ कदम बढ़ाया।
टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में सानिया-हिगिस की जोड़ी को चीनी ताइपे की यंग जान चान और हाओ चिंग चान की जोड़ी से काफी टक्कर मिली। लेकिन हार न मानते हुए 'इंडो-स्विस' जोड़ी ने 7-6, 6-1 से जीत हासिल कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
सानिया-हिगिस ने टूर्नामेंट के सेमीफाइनल मुकाबले में इटली की सारा इरानी और फ्लाविया पेनेटा को 6-4, 6-1 से हराकर खिताबी मुकाबले की ओर कदम बढ़ाया। पेनेता ने शनिवार को अपने ही देश की रोबर्टा विंसी को हराकर एकल खिताब जीता।
सानिया ने साल 2014 में ब्राजील के ब्रुनो सोआरेस के साथ अमेरिकी ओपन का मिश्रित युगल खिताब अपने नाम किया था। लेकिन इस साल अमेरिकी ओपन का मिश्रित युगल मुकाबला पहले दौर में ही हार गईं।