खिताबी मुकाबले में सिंधु को हराकर साइना बनीं नेशनल चैंपियन
सत्ताईस वर्षीय साइना ने रोमांचक फाइनल में ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप सिल्वर मेडल विजेता सिंधु पर फाइनल में 21-17 27-25 से जीत दर्ज की।
नागपुर: भारत की पहली बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल और ओलंपिक फाइनल तक पहुंचने वाली पीवी सिंधु पहली बार राष्ट्रीय राष्ट्रीय बैडमिंटन चैम्पियनशिप के फाइनल में आमने सामने थी। पूरा स्टेडियम ‘साइना सिंधू इंडिया’की चीयर्स से गूंज रहा था क्योंकि दोनों खिलाड़ियों ने कुछ रोमांचक रैलियां खेलीं।
दुनिया की पूर्व नंबर वन साइना ने 54 मिनट तक चले मुकाबले में सिंधू को हराते हुए खिताब अपने नाम कर लिया। सत्ताईस वर्षीय साइना ने रोमांचक फाइनल में ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप सिल्वर मेडल विजेता सिंधु पर फाइनल में 21-17 27-25 से जीत दर्ज की।
साइना ने जीत के बाद कहा, ''आज मैं जैसा खेली, उससे मैं हैरान हूं। मैंने कोर्ट पर अच्छी तरह मूव करते हुए सिंधू के मुश्किल शॉट को अच्छी तरह वापस भेजा।
साइना और सिंधू ने शुरूआती 10 अंक आपस में बांटे, जिसके बाद साइना ने शटल मुश्किल स्थानों पर भेजनी शुरू कर दी। उन्होंने बैक कोर्ट की ओर और फिर कुछ बाडीलाइन रिटर्न से 10-7 की बढ़त बना ली। एक ताकतवर स्मैश से वह पहले गेम में 11-9 से आगे हो गयी। ब्रेक के बाद साइना 17-12 से बढ़त बनाने में सफल रही, जिसके बाद सिंधू ने चार अंक अपने नाम कर इस अंतर को कम किया। हालांकि अनफोर्स्ड गलतियां सिंधू को भारी पड़ी जिससे साइना ने पहला गेम अपने नाम कर लिया। दूसरा गेम काफी रोमांचक रहा, जिसमें दोनों खिलाड़ी अंत तक जूझती रहीं.
सिंधू ने इसमें 5-2 से बढ़त बनाई लेकिन साइना ने धीरे धीरे अंक जुटाकर सिंधू के लिये मुश्किल कर दी। ब्रेक तक सिंधू 11-8 से आगे थीं. इस 22 वर्षीय खिलाड़ी ने अपनी बढ़त 14-10 कर ली जो उन्होंने 18-14 तक कायम रखी। हालांकि उनकी लगातार अनफोर्स्ड गलतियों से लंदन ओलंपिक की ब्रॉन्ज पदकधारी साइना ने 18-18 से बराबरी हासिल कर ली।
इसके बाद साइना ने बढ़त बरकरार रखी, हालांकि सिंधू ने मैच प्वाइंट बचाया और कुछ शानदार लंबी रैलियों से सुनिश्चित किया कि गेम का रोमांच बना रहे। बढ़त दोनों खिलाड़ियों के बीच बदलती रही लेकिन अंत में साइना ने इसे जीतकर खिताब जीता।