बैडमिंटन कोच विमल कुमार का मानना, मुश्किल दौर से गुजर रही हैं सायना
पूर्व राष्ट्रीय चैम्पियन और कोच यू. विमल कुमार ने कहा है कि लंदन ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता सायना नेहवाल अपने करियर के मुश्किल दौर से गुजर रही हैं।
नई दिल्ली| पूर्व राष्ट्रीय चैम्पियन और कोच यू. विमल कुमार ने कहा है कि लंदन ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता सायना नेहवाल अपने करियर के मुश्किल दौर से गुजर रही हैं। विमल ने कहा कि सायना और ज्यादा मैच न हरें इसके लिए जरूरी है कि वह अपना ख्याल रखें।
इस समय विश्व की नंबर-20 खिलाड़ी सायना इस समय जारी टोयोटा थाईलैंड ओपन के दूसरे दौर में ही हार कर बाहर हो गई थीं। इससे पहले वे योनेक्स थाईलैंड ओपन में भी दूसरे दौर में बाहर हो गई थीं।।
कुमार ने आईएएनएस से कहा, "उनके लिए वापसी करना आसान नहीं होगा। मैंने हमेशा कहा है कि अगर उन्हें दर्द नहीं होगा तो वह हमेशा अच्छा खेलेंगी। दर्द से ज्यादा वो पूरी तरह से फिट नहीं लग रही थीं। हो सकता है कि इसका कारण कोविड हो और अब वह इससे उबर रही हों।"
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दो बार के राष्ट्रीय चैम्पियन कुमार ने कहा कि सायना अपने करियर के मुश्किल दौर से गुजर रही हैं। उन्होंने कहा, "मुझे भी लगता है। बीते कुछ वर्षों से चीजें उनके लिए सही नहीं रही हैं। उन्हें आात्मविश्वास की जरूरत है। आखिरी बार इंडोनेशिया मास्टर्स में उन्होंने अच्छा खेला था।"
उन्होंने कहा, "वर्कआउट, फिजिकल ट्रेनिंग और बाकी की चीजें काफी अहम हैं। उन्हें इन सभी चीजों को लेकर अच्छी प्लानिंग करनी होगी। यही एक तरीका है जिससे वो बाहर निकल सकती हैं। इसी तरह ज्यादा मैच हराने से उनके आत्मविश्वास पर असर पड़ेगा। सिर्फ शारीरिक तौर पर नहीं बल्कि मानसिक तौर पर भी। वह मजबूत लड़की हैं लेकिन इस तरह के परिणाम उन्हें प्रभावित क सकते हैं।"
सायना ने कुमार के साथ अपने शुरुआती करियर में काम किया था इसके बाद वह 2014 से 2017 तक फिर एक बार कुमार के पास लौटी थीं। इसी दौरान वह विश्व की नंबर-1 खिलाड़ी भी बनी थीं।
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सायना इस समय टोक्यो ओलम्पिक की रैंकिंग में 15वें स्थान पर हैं। पीवी सिंधु सातवें पर हैं इसलिए सायना को ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने के लिए आठवां स्थान हासिल करना होगा। थाईलैंड के टूर्नार्मेंट ओलम्पिक क्वालीफिकेशन का हिस्सा नहीं हैं।
कुमार ने कहा, "अगले एक से डेढ़ महीना उनके उनकी ओलिम्पक की संभवना का फैसला करेंगे। अगरे पांच छह सप्ताह काफी अहम हैं और इससे हमें पता चल जाएगा।"
कुमार ने कहा कि मार्च में कोविड के कारण लगे लॉकडाउन के बाद भारतीय खिलाड़ी अब पहली बार खेल रहे हैं जबकि उनके विपक्षी पहले से खेलते आ रहे हैं।
कुमार ने कहा, "उनको मैच प्रैक्टिस की कमी है। सभी खिलाड़ी 10 महीने के बाद खेल रहे हैं। जो अच्छा नहीं है। सिंधु को ज्यादा मैचों की जरूरत है। यही एक तरीका है जिससे वे वापसी कर सकती हैं। हमें देखना होगा कि मार्च में किस तरह से चीजें होती हैं।"