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Hindi News खेल अन्य खेल कोरोना के चलते डिलीवरी बॉय बनने पर मजबूर हुआ ये ओलंपिक गोल्डमेडलिस्ट खिलाड़ी

कोरोना के चलते डिलीवरी बॉय बनने पर मजबूर हुआ ये ओलंपिक गोल्डमेडलिस्ट खिलाड़ी

ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट वेनेजुएला के तलवारबाज रूबैन लिमार्दो डिलीवरी बॉय बन गए हैं। वह पोलैंड में साइकिल पर एक बड़ा सा डिलीवरी बैग लटकाए नजर आ रहे हैं।

Rubén Limardo- India TV Hindi Image Source : TWITTER - @RUBENOSZKI Rubén Limardo

कोरोना महामारी के कारण पूरी दुनिया में सभी प्रकार के खेलों पर रोक लग गई। जिससे टोक्यो ओलंपिक की तैयारी कर रहे कई खिलाड़ी सड़क पर आ गए। इससे ना सिर्फ उनकी तैयारियों को झटका लगा बल्कि भारत के कई खिलाड़ियों को सड़क पर फल सब्जी बेचने को मजबूर होना पड़ा। इस कड़ी में अब एक विदेशी ओलंपिक खिलाड़ी को भी पेट पालने के लिए डिलीवरी बॉय बनना पड़ा। 

जी हाँ, ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट वेनेजुएला के तलवारबाज रूबैन लिमार्दो डिलीवरी बॉय बन गए हैं। वह पोलैंड में साइकिल पर एक बड़ा सा डिलीवरी बैग लटकाए नजर आ रहे हैं। 35 साल के लिमार्दो ने साल 2012 लंदन ओलिंपिक में गोल्‍ड मेडल जीता था। जिसके बाद टोक्यो की तैयारी करने के बजाए कोरोना माहामारी के कारण डिलीवरी ब्यॉय बनना पड़ा। 

इतना ही नहीं खुद उन्होंने इस बात की जानकारी ट्वीट कर दी थी। जिसमें उन्‍होंने लिखा, "आपको अपना रास्‍ता खुद हासिल करना होगा। ये भी एक नौकरी है और मैं ऊबर ईट्स के लिए ट्रेनिंग और फूड डिलीवरी के लिए एक दिन निकाला।"

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आगे उन्होंने अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में कहा, "हमें वेनेजुएला में काफी कम पैसा मिलता है, क्‍योंकि वहां पर संकट है। वहीं महामारी ने भी सब कुछ बदल दिया है। यहां पर कोई प्रतिस्‍पर्धा नहीं है। टोक्‍यो ओलिंपिक सालभर के टल गए और स्‍पॉन्‍सर्स कह रहे हैं कि वह नए साल से भुगतान करना शुरू करेंगे। इसी वजह से हमें ऐसे सड़क पर पैसा बनाना पड़ रहा है।"

बता दें कि लिमार्दो प्रतिदिन लगभग 50 किलोमीटर साइकिल चलाते हैं। जिससे उन्हें करीब 100 यूरो हासिल होते हैं। इस तरह पोलैंड में लिमार्दो सिर्फ अकेले ही ऐसा काम नहीं कर रहे, बल्कि वेनेजुएला की राष्ट्रीय फेंसिग टीम के 20 अन्‍य सदस्‍य भी इसी तरह पैसे कमा कर अपना गुजारा कर रहे हैं।