बोस्टन, दो साल पूर्व बोस्टन मैराथन में हुए बम विस्फोट में अपना एक पैर गंवा चुकी रेबेका ग्रेगरी ने सोमवार को सफलतापूर्वक उसी रेस को पूरा कर अपने साहस और इच्छाशक्ति का जबर्रदस्त परिचय दिया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, 27 वर्षीया ग्रेगरी ने अपने प्रशिक्षक का हाथ पकड़े रेस पूरा किया।
ग्रेगरी ने इस मैराथन में 26.2 मील की दूरी अपने कृत्रिम पैर से चलते हुए पूरी की और रेस पूरा करने के बाद घुटनों के बल बैठ गईं।
इस मौके पर बेहद भावुक नजर आईं ग्रेगरी ने एबीसी न्यूज से कहा, "यह अहसास बेहद शानदार रहा कि मैंने खुद अपने पैर से चलकर यह रेस पूरा किया। पिछले साल की तरह मैं व्हीलचेयर पर नहीं हूं।"
उल्लेखनीय है कि दो साल पहले जब बोस्टन मैराथन के दौरान धमाके हुए थे तब ग्रेगरी इस रेस को पूरा करने के कगार पर थी और फिनिश लाइन के बेहद करीब थीं। ग्रेगरी इस धमाके में अपने बाएं पैर को खो बैठी।
ग्रेगरी के अनुसार, उन्हें लगा था कि वह नहीं बच सकेंगी, लेकिन कई ऑपरेशन के बाद पिछले साल नवंबर में उन्हें कृत्रिम पैर लगाया गया।