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Hindi News खेल अन्य खेल प्रो कबड्डी लीग में दबंग दिल्ली के रविन्दर पहल ने किया खुलासा, 'टैकल' को बताया अपनी सबसे बड़ी ताकत

प्रो कबड्डी लीग में दबंग दिल्ली के रविन्दर पहल ने किया खुलासा, 'टैकल' को बताया अपनी सबसे बड़ी ताकत

मंजीत के नाम प्रो कबड्डी के इतिहास में सबसे ज्यादा 302 टैकल प्वाइंट्स दर्ज है और पहल, मंजीत से 29 प्वाइंट्स ही पीछे हैं। 

Ravinder Pahal- India TV Hindi Image Source : PROKABADDI.COM Ravinder Pahal, Delhi Dabang Player

नई दिल्ली। प्रो-कबड्डी लीग (पीकेएल) की टीम दबंग दिल्ली के राइट कॉर्नर रविन्दर पहल के पास 20 जुलाई से शुरू हो रही लीग के सातवें सीजन में मंजीत छिल्लर के सबसे ज्यादा टैकल प्वाइंट्स के रिकॉर्ड को तोड़ने का मौका है। 

मंजीत के नाम प्रो कबड्डी के इतिहास में सबसे ज्यादा 302 टैकल प्वाइंट्स दर्ज है और पहल, मंजीत से 29 प्वाइंट्स ही पीछे हैं। 

29 साल के पहल के नाम लीग में इस समय 89 मैचों 273 टैकल प्वाइंट्स हैं। पहल अगर मंजीत के रिकॉर्ड को तोड़ देते हैं तो वह लीग के इतिहास में 300 या उससे ज्यादा टैकल प्वाइंट्स हासिल करने वाले दूसरे खिलाड़ी बन जाएंगे। 

पहल खुद इस बात को मानते हैं कि जब से उन्होंने कबड्डी खेलना शुरू किया है तब से टैकल ही उनकी सबसे बड़ी ताकत रही है और लोग इसी की बदौलत उन्हें जानते हैं। 

पहल ने आईएएनएस से कहा, "टैकल मेरी सबसे बड़ी ताकत है और इसी की बदौलत ही लोग मुझे जानते हैं। रेडिंग तो मुझे बहुत कम आती है। मैं टैकल में ही और ज्यादा अच्छा करने की कोशिश कर रहा हूं।" 

उन्होंने कहा, "टैकल शुरू से ही मेरी ताकत रही है। जब मैं कबड्डी से जुड़ा था तो सोनीपत के साई सेंटर में मेरे कोच ने मुझे सबसे पहले यही सिखाया था। आज अगर लोग मुझे जानते हैं तो मेरी टैकल की वजह से ही और इसका श्रेय मेरे गुरूओं को जाता है। लेकिन इस समय मेरा ध्यान अपने रिकॉर्ड पर ना होकर टीम की जीत में किस तरह से योगदान देना है, उस पर है।" 

पहल के शानदार टैकल के दम पर ही दिल्ली ने पिछली सीजन में पहली बार प्लेऑफ में जगह बनाई थी। टीम को एक बार फिर पहल से ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद है। पहल और उनकी टीम इसके लिए जोरों से तैयारियों में जुटी हुई है। 

लीग के सर्वश्रेष्ठ डिफेंडरों में से एक पहल ने इस सीजन की तैयारियों को लेकर कहा, "हमारे कोच और ट्रेनर दोनों अलग-अलग तैयारी करवा रहे हैं। कोच और ट्रेनर ही यह तय करते हैं कि किस खिलाड़ी को किस तरह की तैयारी करवानी है क्योंकि कोच और ट्रेनर को सभी खिलाड़ियों की ताकत और कमजोरी के बारे में अच्छे से पता होता है।" 

दिल्ली की टीम ने सीजन-6 में 24 मैचों में 12 में जीत दर्ज की थी। टीम पिछले सीजन में प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने में सफल रही थी, जहां उसे एलिमिनेटर-3 में यूपी योद्धा के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी। 

पहल ने इस पर कहा, "पिछली बार कुछ कारणों से टीम चूक गई थी और उनमें से कवर एक है। लेकिन मेरा मानना है कि हम फिर भी काफी अच्छा खेले थे। इस बार हमने कवर को मजबूत किया है और अनिल कुमार को टीम में शामिल किया है, जोकि आर्मी से हैं। जोगिंदर और अन्य सीनियर खिलाड़ी भी टीम में है, जिससे इस बार टीम काफी मजबूत है।" 

दिल्ली ने लीग के इतिहास में अब तक 102 मैच खेले हैं, जिसमें उसे 31 में जीत और 64 में हार मिली है। सात मैच टाई रहे हैं। 

दिल्ली एक बार फिर अपने पुराने कप्तान जोगिंदर नरवाल के मार्गदर्शन में ही लीग में खेलने उतरेगी। टीम को सातवें सीजन में अपना पहला मैच 24 जुलाई को तेलुगू टाइटंस के खिलाफ खेलना है। 

पहल ने इस मैच को लेकर कहा, "तेलुगू को अगर हम पहले 10 मिनट तक रोक देते हैं तो हम मैच को अपने नियंत्रण में कर सकते हैं। उनके खिलाफ हमने डिफेंस की नीति अपनाई है। इसके अलावा हमारे रेडर भी इस मैच के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।"