ऑनलाइन चेस ओलंपियाड जीतने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी भारतीय टीम को शुभकामनाएं
नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा "फिडे शतरंज ओलंपियाड जीतने के लिए हमारे शतरंज खिलाड़ियों को बधाई। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण सराहनीय है।"
भारत और रूस को इंटरनेट और सर्वर की खराबी के कारण रविवार को 2020 ऑनलाइन शतरंज ओलंपियाड में संयुक्त विजेता घोषित किया गया। इस जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय टीम को ट्विटर के जरिए शुभकामनाएं दी।
नरेंद्र मोदी ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर टीम इंडिया को शुभकामनाएं देते हुए लिखा "फिडे शतरंज ओलंपियाड जीतने के लिए हमारे शतरंज खिलाड़ियों को बधाई। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण सराहनीय है। उनकी सफलता निश्चित रूप से अन्य शतरंज खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी। मैं रूसी टीम को भी बधाई देना चाहूंगा।"
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भारत ने इस विवादास्पद फैसले पर विरोध व्यक्त किया जिसके बाद इसकी समीक्षा की गयी। अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फिडे) के लिये यह पहला अवसर था जबकि उसने कोविड-19 महामारी के कारण ओलंपियाड का ऑनलाइन आयोजन किया।
विश्व संस्था ने ट्वीट किया, ‘‘फिडे अध्यक्ष अर्काडी डोवोरकोविच ने दोनों टीमों भारत और रूस को फिडे ऑनलाइन शतरंज ओलंपियाड का स्वर्ण पदक देने का फैसला किया।’’
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फाइनल के बाद भारत के दिग्गज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने ट्वीट किया, ‘‘हम चैंपियन है। रूस को बधाई। ’’ फाइनल का पहला दौर 3-3 से बराबर रहा था। पहली छह बाजियां बराबरी पर छूटी थी। रूस ने दूसरा दौर 4.5-1.5 से जीता। उसकी तरफ से आंद्रेई एस्पिेंको ने सरीन को जबकि पोलिना शुवालोवा ने देशमुख पर जीत दर्ज की। इससे विवाद हो गया क्योंकि भारतीयों ने दावा किया खराब कनेक्शन के कारण उन्हें हार मिली।
दूसरे दौर में पी हरिकृष्णा का स्थान आने वाले आनंद ने इयान नेपोमिनियात्ची के खिलाफ ड्रा खेला जबकि कप्तान विदित गुजराती ने दानिल दुबोव के खिलाफ अंक बांटे। विश्व रैंपिड चैंपियन कोनेरू हंपी ने अलेक्सांद्रा गोरयाचकिना को हराया जबकि डी हरिका ने अलेक्सांद्रा कोस्तेनियुक के साथ बाजी ड्रा खेली।
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पहले दौर में गुजराती ने नेपोमिनियात्ची से ड्रा खेला जबकि हरिकृष्णा और व्लादीमीर आर्मेतीव ने भी अंक बांटे। अन्य मैचों में हंपी और हरिका ने क्रमश: लैगनो और कोस्तेनियुक के साथ ड्रा खेला जबकि आर प्रागननंदा और देशमुख भी अपने प्रतिद्वंद्वियों को बराबरी पर रोकने में सफल रहे।
हंपी ने जीत पर कहा, ‘‘यह थोड़ा अजीब रहा कि हमें सर्वर की नाकामी के कारण हार का सामना करना पड़ा तथा हमारी अपील स्वीकार की गयी। मैं यही कह सकती हूं कि हमने आखिर तक हार नहीं मानी। ’’
(With PTI Inputs)