कोच्चि। तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश का मंगलवार शाम यहां कोचिन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर भव्य स्वागत किया गया। केरल सरकार द्वारा आयोजित स्वागत स्वागत समारोह का नेतृत्व खेल मंत्री वी अब्दुरहिमान ने किया, जिसमें राज्य खेल परिषद के अध्यक्ष मर्सी कुट्टन, विधायक पीवी श्रीनिजान और जिला कलेक्टर जफर मलिक सहित अन्य लोग शामिल थे। श्रीजेश का परिवार, उनके माता-पिता, पी वी रवीन्द्रन और उषाकुमारी, पत्नी पीके अनीश्य और बच्चे अनुश्री और श्रीअंश घर में उनका स्वागत करने के लिए मौजूद थे। श्रीजेश ने घर पहुंचते हुए अपना पदक पिता के गले में डाल दिया।
इसके बाद उन्हें मंत्री के साथ एक खुली जीप में किझाक्कम्बलम स्थित उनके आवास पर ले जाया गया। अपने गृहनगर में एक स्वागत कार्यक्रम के बाद, श्रीजेश ने मीडिया से कहा कि वह वास्तव में बहुत खुश है कि उनका इतना भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘यह पदक सभी के लिए ओणम का उपहार है।’’ उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस उपलब्धि के बाद अधिक अभिभावक अपने बच्चों को हॉकी खेलने की अनुमति देंगे।
राज्य सरकार से पुरस्कार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ एक खिलाड़ी के रूप में, एक हॉकी खिलाड़ी के तौर पर, मेरी सबसे बड़ी महत्वाकांक्षा ओलंपिक में पदक जीतने की थी और वह मुझे मिल गया। मुझे विश्वास है कि राज्य सरकार हमारी जीत और पदक को मान्यता देगी।’’ भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 41 साल बाद ओलंपिक पदक जीतकर इतिहास रचा है। जर्मनी के खिलाफ कांस्य पदक के प्लेऑफ मुकाबले के आखिरी क्षणों में श्रीजेश ने पेनल्टी कॉर्नर पर शानदार बचाव कर टीम को 5-4 से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।