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टेनिस: टूट रहा था जीवन का विंबलडन में खेलने का सपना, पर यूं किस्मत हुई मेहरबान

जीवन नेदुनचेजियान को पिछले 24 घंटे के दौरान मुश्किल हालात का सामना करना पड़ा। उन्हें विंबलडन में खेलने के लिए हां के इंतजार में बेहद तनाव भरे 24 घंटों से गुजरना पड़ा और अंतत: इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में खेलने का उनका सपना साकार हो गया।

Jeevan Nedunchezhiyan | ARUN SANKAR/AFP/Getty Images- India TV Hindi Jeevan Nedunchezhiyan | ARUN SANKAR/AFP/Getty Images

नई दिल्ली: जीवन नेदुनचेजियान को पिछले 24 घंटे के दौरान मुश्किल हालात का सामना करना पड़ा। उन्हें विंबलडन में खेलने के लिए हां के इंतजार में बेहद तनाव भरे 24 घंटों से गुजरना पड़ा और अंतत: इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में खेलने का उनका सपना साकार हो गया। अपने करियर में पहली बार जीवन को ग्रैंडस्लैम में डेब्यू का मौका मिला था, लेकिन उनके जोड़ीदार हियोन चुंग के टखने की चोट ने उनके सपने को लगभग खत्म कर दिया था। यहां पर लगा था कि जीवन को उनकी किस्मत दगा दे गई लेकिन तभी अमेरिका के जेयर्ड डोनाल्डसन उनके लिए फरिश्ते के रूप में सामने आए और भारत के इस खिलाड़ी के साथ खेलने को राजी हो गए।

जीवन के लिए किस्मत का खेल यहीं तक नहीं रुका। दरअसल, जीवन और जेयर्ड की संयुक्त रैंकिंग 160 (जीवन की 95 और जेयर्ड की 65) है जो पुरुष युगल ड्रॉ में सीधे प्रवेश के लिए कट ऑफ रैंकिंग है। यही वजह है कि जीवन को मेन्स डबल्स के ड्रॉ में सीधा प्रवेश मिल गया। ऑस्ट्रेलिया के मैट रीड के साथ एगोन इंटरनेशल में हिस्सा ले रहे जीवन ने कहा, ‘ठीक 160 रैंकिंग पर दोबारा जोड़ी बनाना शानदार है।’ चेन्नई के जीवन के लिए ग्रैंडस्लैम में खेलना बड़ा लक्ष्य था लेकिन विंबलडन में खेलने का उनका सारा रोमांच रविवार को उस समय धरा रह गया जब चुंग ने उन्हें बताया कि वह नहीं खेल पाएंगे। अब जीवन के पास नया साझोदार ढूंढने के लिए लगभग 24 घंटे थे।

ऐसे साथ दिया किस्मत ने
उन्होंने कहा, ‘हियोन से इस तरह की खबर सुनना मानसिक रूप से कड़ा था लेकिन मुझो खुशी है कि उन्होंने समय सीमा से पहले मुझो बता दिया और मुख्य ड्रॉ में जगह बनाने के लिए किसी और को चुनने का मौका दिया। टूर्नामेंट रेफरी और टूर मैनेजर से बात करने के बाद उन्होंने बताया कि दोबारा जोड़ी बनाने के लिए मेरे पास सोमवार से शुरू हो रहे क्वॉलीफाइंग का पहले अंत तक का समय है।’

तो नहीं खेल पाते जीवन
उन्होंने कहा, ‘सभी वाइल्ड कार्ड दिये जा चुके थे, मैं क्वॉलीफाइंग में नहीं खेल सकता था क्योंकि मैंने ईस्टबर्न में मुख्य ड्रॉ में प्रवेश किया था और टॉप 65 में शामिल एक और खिलाड़ी को ढूंढने की संभावना काफी कम लग रही थी।’ बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने कहा, ‘शाम 5 बजे मुझे पता चला कि जेयर्ड खेलने के इच्छुक हैं जो शानदार था। वह सिंगल्स में खेलने के लिए ईस्टबर्न आए थे। मैंने उन्हें स्थिति बताई और उन्हें अपने कोचों से बात करने के लिए कुछ घंटों की जरूरत थी और इसके बाद उन्होंने मुझे मैसेज किया कि चलो साथ खेलते हैं।’