नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्री किरिण रिजिजू ने कहा है कि जिन लोगों ने अपनी जिंदगी खेल और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने में समर्पित कर दी, उन्हें भी वही सम्मान मिलना चाहिए जो पदक विजेताओं को मिलता है। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) द्वारा पूर्व मुख्य कोच बहादुर सिंह के लिए आयोजित की गई वर्जुअल फेयरवेल पर रिजिजू ने कहा कि केंद्रीय सरकार हर उस खिलाड़ी की मदद करने को तैयार है जिसने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि राज्य सरकार भी इस तरह मदद का हाथ बढ़ाएगी।
उन्होंने कहा, "यह जरूरी है कि खिलाड़ियों को सम्मान मिले। खिलाड़ियों का गौरव, सम्मान, प्रतिष्ठा समाज के हर स्तर पर बनाए रखना चाहिए। अगर हम खिलाड़ियों को समाज में ऊंचा स्थान नहीं देंगे तो यह गलत संदेश भेजेगा। खिलाड़ियों की उपलब्धियां अनुशासन और समर्पण से आती हैं। हमें इस बात को सुनिश्चत करना चाहिए कि हमारे खिलाड़ियों का हर कदम पर सम्मान हो।"
उन्होंने कहा, "जब मैं सुनता हूं कि पूर्व खिलाड़ियों के पास इलाज के लिए पैसा नहीं है और वह वित्तीय तौर पर परेशानी झेल रहे हैं, तो मुझे काफी बुरा लगता है। इसलिए हम सरकार की तरफ से कोशिश करते हैं कि खिलाड़ियों की ज्यादा से ज्यादा मदद कर सकें।"
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रिजिजू ने कहा कि जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते हैं, उन्हें स्पांसरशिप मिलना आसान हो जाता है, लेकिन यह उन लोगों के साथ नहीं है जो पदक नहीं जीतते हैं।
उन्होंने कहा, "जो खिलाड़ी कुछ नहीं जीतते और अपना जीवन खेल को समर्पित कर देते हैं उन्हें समाज की तरफ से मदद मिलनी चाहिए और सरकार की तरफ से अच्छी जिंदगी। इसलिए हमने फैसला किया है कि जिसने किसी भी स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है उसकी मदद की जाएगी और मुझे उम्मीद है कि राज्य सरकारें भी ऐसा करेंगी।"