नई दिल्ली। अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) ने अंतर्राष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) को एक पत्र लिखकर इस्लामाबाद में होने वाले डेविस कप मुकाबले को लेकर सुरक्षा इंतजाम के बारे में पूछा है। भारत ने हालांकि मैच का स्थान बदलने की मांग नहीं की है। इस बात की जानकारी एआईटीए के सचिव हिरनमॉय चटर्जी ने दी।
चटर्जी ने कहा, "डेविस कप टीम वहां के पहले के सुरक्षा इंतजामात से खुश हैं लेकिन यह कश्मीर मुद्दे के उठने से पहले की बात है। इसलिए अब हमने वहां की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए पत्र लिखा है।"
इससे पहले चटर्जी ने कहा था कि पाकिस्तान की स्थिति भारतीय टीम के लिए खेलने के लिहाज से अनुकूल नहीं है।
चटर्जी ने कहा था, "हम दो दिन का इंतजार करेंगे कि स्थिति किस तरह की रहती है और इसके बाद अगर हो सका तो आईटीएफ से बात करेंगे और कोशिश करेंगे कि स्थान बदला जा सके और कोई तटस्थ स्थान पर मैच कराया जाए। इस समय स्थिति खिलाड़ियों के लिहाज से अच्छी नहीं है कि वो लोग पाकिस्तान जाकर खेल सकें।"
अगर भारत ने खेलने से मना कर दिया तो उस पर हांग कांग की तरह प्रतिबंध लग सकता है जिसने पाकिस्तान में खेलने से इनकार कर दिया था। इसी कारण हांग कांग की टीम निचली डिविजन में चली गई थी।
भारतीय टेनिस टीम इससे पहले 1964 में पाकिस्तान गई थी और वहां 4-0 से जीत हासिल की थी।
इस मुकाबले का ड्रॉ फरवरी में आ गया था और तभी पुलवामा में आतंकवादी हमला हुआ था। इसलिए इस तरह की चर्चा तभी से हो रही थी कि भारत पाकिस्तान जा कर खेलेगा या नहीं। लेकिन जब आईटीएफ ने पाकिस्तान को मैच की मेजबानी सौंपी तो एआईटीए ने खिलाड़ियों को चुनने की प्रक्रिया शुरू कर दी। खेल मंत्रालय ने भी भारत के पाकिस्तान जाकर खेलने के रास्ते को साफ कर दिया है। दोनों टीमें डेविस कप में 2006 से नहीं भिड़ी हैं।