नयी दिल्ली। एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता भारतीय हेप्टाथलन खिलाड़ी स्वप्ना बर्मन ने शुक्रवार को कहा कि वह तोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी लेकिन क्वालीफिकेशन स्तर तक पहुंचना कठिन होगा।
स्वप्ना एशियाई खेलों में हेप्टाथलन में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय है। उन्होंने प्रेस ट्रस्ट से कहा, ‘‘हर खिलाड़ी की तरह मेरा सपना भी ओलंपिक खेलना है। मुझे नहीं पता कि मैं ऐसा कर सकूंगा कि नहीं लेकिन मैं अपनी ओर से पूरी कोशिश करूंगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे सभी सात स्पर्धाओं में बेहतर प्रदर्शन करना होगा।’’ महिलाओं के हेप्टाथलन में क्वालीफिकेशन के लिये 6420 अंक हासिल करने है जो रियो ओलंपिक के क्वालीफिकेशन स्तर से 220 अधिक है। स्वप्ना का सर्वश्रेष्ठ निजी स्कोर 6026 रहा है।
स्वप्ना ने कहा, ‘‘इस बार क्वालीफिकेशन का स्तर काफी ऊंचा है। एशिया के एथलीट इसे हासिल नहीं कर सकेंगे।’’ चोट के कारण अप्रैल से ट्रैक से दूर रही स्वप्ना जनवरी में वापसी करेगी। आगामी विश्व चैम्पियनशिप के बारे में उन्होंने कहा, ‘ एशियाई और विश्व स्तर के खिलाड़ियों के प्रदर्शन में काफी फर्क है लेकिन मुझे लगता है कि विश्व चैम्पियनशिप में प्रदर्शन अच्छा रहेगा।’’