नई दिल्ली। भारत के शीर्ष टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल ने कहा है कि जब देश कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है तब तोक्यो ओलंपिक के लिये तैयारी करना आसान नहीं है लेकिन उन्होंने आश्वासन दिया कि खिलाड़ी पदक जीतने के लिये अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण भारत की स्वास्थ्य प्रणाली चरमरा गयी है। पिछले कुछ दिनों से देश में प्रत्येक दिन तीन लाख से अधिक मामले आ रहे हैं और 2000 से अधिक लोगों की जान जा रही है।
भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में शरत ने कहा, ‘‘यह ओलंपिक के लिये तैयारियों का तरीका नहीं है, लेकिन हमें अपने प्रदर्शन पर ध्यान देने और उसके लिये तैयारी करने का रास्ता ढूंढना होगा। हम खुद को बचाये रखकर अपना लक्ष्य हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं। ’’ अपने चौथे ओलंपिक की तैयारियों में लगे शरत ने कहा कि वह पिछले साल की तुलना में मानसिक तौर पर बेहतर स्थिति में हैं। पिछले साल भारत कोविड-19 की पहली लहर से प्रभावित रहा था।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल हम हर चीज से डरे हुए थे। हम केवल नकारात्मक चीजें सोच रहे थे। जब इतने अधिक लोग मर रहे थे तब मेरा खेल में मन नहीं लग रहा था। अब हमारे सामने एक लक्ष्य है और हमारा ध्यान उसे हासिल करने पर है।’’
शरत ने कहा, ‘‘स्पष्ट योजना तैयार करना आसान नहीं है और इसके अलावा यात्रा करना भी एक मुद्दा है। इससे पहले मैं दो सप्ताह के लिये चीन या कोरिया जा सकते थे। यह बहुत आसान था। हम कुछ विदेशी खिलाड़ियों को आमंत्रित करने पर विचार कर रहे थे लेकिन अब यह वास्तव में मुश्किल है।’’