नई दिल्ली: सानिया मिर्जा बेशक दुनिया की दिग्गज खिलाड़ी हों, टेनिस के डबल्स मुकाबले की नंबर वन खिलाड़ी हो और भारत की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली एथलीट हों, लेकिन बार बार उन्हें एक अजीब से सवाल का सामना करना पड़ता है। एक साक्षात्कार के दौरान सानिया ने बताया कि उनसे विंबल्डन खिताब जीतने के ठीक दो दिन बाद रखी गई एक प्रेस कांफ्रेंस उनके फैमिली प्लान के बारे में सवाल पूछा गया था।
सानिया ने बताया, “मुझे तब बड़ा अपमान सा महसूस होता है जब कोई यह पूछता है कि आपका बच्चों के बारे में क्या प्लान है। मैं लोगों के बीच जाना पहचाना नाम हूं, इसका मतलब यह कतई नहीं है कि कोई मुझसे यह पूछे कि मेरे बेडरुम में क्या होता है।” सानिया ने कहा कि उन्हें कई बार इस तरह की बातों का सामना करना पड़ता है कि अपने करियर को तवज्जो देने वाली महिलाएं परिवार की तरफ कम ध्यान देती हैं।
सानिया आगे कहती हैं कि हम पुरुषों के समाज में रहते हैं। काफी सारे लोग आगे आगर कहते हैं कि ऐसा नहीं है लेकिन सच्चाई यह है कि अगर आप महिला हैं तो आपको काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस भारत का कोई लेना देना नहीं बल्कि बाकी दुनिया से इसका मतलब है। सानिया ने बताया कि हाल के ही कुछ वर्षों में महिलाओं और पुरुषों को बराबर की राशि मिली है। लेकिन ऐसा सिर्फ भारत में नहीं होता, जैसा कि लोग सोचते हैं।
सानिया ने बताया कि जब कोई महिला बाहर निकलती है तो कहा जाता है कि उसे कैसे महसूस होता है, यहां तक कि उसे विद्रोही भी ठहराया जाता है, जबकि पुरुषों के लिए कई सारे शब्द हैं। जब कोई पुरुष कहीं जाना चाहे, कुछ हासिल करना चाहे उसे महात्वाकांक्षी माना जाता है।