राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा, महिला क्रिकेटर मिताली राज और पैरालंपिक में इतिहास रचने वाले पैरा एथलीटों सहित पिछले कुछ समय में खेल जगत में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को शनिवार को यहां भव्य समारोह में सम्मानित किया। राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित कार्यक्रम में पहली बार 12 खिलाड़ियों को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
पुरस्कार पाने वाले अधिकतर खिलाड़ियों ने तोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक में अच्छा प्रदर्शन किया था। कोविड-19 महामारी के कारण पिछले साल यह कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किया गया था लेकिन इस बार इसे हमेशा की तरह राष्ट्रपति भवन में भव्य तरीके से आयोजित किया गया।
चोपड़ा समारोह के मुख्य आकर्षण थे। इस विशेष रूप से आयोजित समारोह में जब वह पुरस्कार लेने के लिये गये तो तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका स्वागत किया गया। खेल रत्न पाने वाले खिलाड़ियों में चोपड़ा ने सबसे पहले यह सम्मान हासिल किया। भाला फेंक में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले इस 23 वर्षीय खिलाड़ी के अलावा ओलंपिक कांस्य पदक जीतने वाली पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह और गोलकीपर पी आर श्रीजेश, ओलंपिक रजत पदक विजेता पहलवान रवि दहिया, ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन और महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली को भी देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
सुनील छेत्री खेल रत्न पाने वाले पहले फुटबॉलर बने। इसके अलावा पैरालंपिक की स्वर्ण पदक विजेता अवनि लेखारा (निशानेबाजी), सुमित अंतिल (एथलेटिक्स), प्रमोद भगत (बैडमिंटन), कृष्णा नागर (बैडमिंटन) और मनीष नरवाल (निशानेबाजी) को भी खेल रत्न दिया गया।
12 खेल रत्न के अलावा इस साल 35 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसका मुख्य कारण ओलंपिक (सात पदक) और पैरालंपिक (19 पदक) में अब तक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। यह समारोह पारंपरिक तौर पर हर साल 29 अगस्त को हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस पर आयोजित किया जाता है लेकिन ओलंपिक और पैरालंपिक में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को इसमें शामिल करने के लिये इसे टाल दिया गया था।
खेल रत्न पुरस्कार में 25 लाख रुपये का नकद पुरस्कार, एक पदक और सम्मान पत्र दिया जाता है। अर्जुन पुरस्कार में 15 लाख रुपये की पुरस्कार राशि, एक कांस्य प्रतिमा और एक सम्मान पत्र दिया जाता है। इस अवसर पर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, उनके पूर्ववर्ती कीरेन रीजीजू और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।